Operation Kaveri: सूडान में फंसे 278 भारतीयों का पहला बैच रवाना

Sudan Crisis: विदेश मंत्री ने कहा है कि "हम सूडान में अपने सभी भाइयों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध हैं."

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Operation Kaveri

(फोटो- भारतीय विदेश मंत्रालय)

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भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार, 25 अप्रैल को जानकारी दी कि सूडान में फंसे 278 भारतीयों का पहला समूह रवाना हो चुका है. भारत सरकार के रेस्क्यू मिशन 'ऑपरेशन कावेरी' (Operation Kaveri) के तहत ये भारतीय भारतीय नौसेना के युद्धपोत, आईएनएस सुमेधा में पहले सऊदी अरब के जेद्दा लाए जाएंगे.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आईएनएस सुमेधा पर सवार भारतीयों की तस्वीरें ट्वीट की हैं. तस्वीर में कुछ लोग राष्ट्रीय ध्वज थामें नजर आ रहे हैं.

बता दें कि सूडान (Sudan) की सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच शुरू आतंरिक युद्ध में 48 घंटे की बातचीत के बाद 72 घंटे के युद्धविराम पर सहमति बनी है. इसी बीच अधिकतर देश वहां से अपने नागरिकों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं.

भारत ने शुरू किया है ऑपरेशन कावेरी

भारत ने ऑपरेशन कावेरी के हिस्से के रूप में सूडान के बंदरगाह में आईएनएस सुमेधा और सऊदी अरब के जेद्दा में दो परिवहन विमान तैनात किए हैं. जेद्दा पहुंचने के बाद भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा.

गौरतलब है कि पूरे सूडान में लगभग 3,000 भारतीय फंसे हैं. सूडान की राजधानी खार्तूम में कई स्थानों से भीषण लड़ाई की खबरों से सूडान में सुरक्षा स्थिति अस्थिर बनी हुई है.

पिछले सप्ताह शुक्रवार को एक बैठक में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों से कहा था कि सूडान से भारतीयों को निकालने के लिए आकस्मिक योजना तैयार करें.

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