advertisement
कश्मीर पर मध्यस्थता पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान को लेकर विपक्ष पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ हमलावर हो उठा है. विपक्षी दलों के नेताओं ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि ट्रंप ने अपने कथित बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र किया है. ऐसे में मोदी को खुद संसद के दोनों सदनों में बयान दे कर स्थिति स्पष्ट करना चाहिए. सिर्फ विदेश मंत्री के बयान से काम नहीं चलेगा.
इस दौरान राहुल गांधी के अलावा यूपीए चीफ सोनिया गांधी, पी. चिदंबरम और समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, आरजेडी के मनोज झा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के माजिद मेनन और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह सहित अन्य दलों के नेताओं ने कहा कि ट्रंप ने अपने बयान में साफ तौर पर कहा है कि मोदी ने खुद उनसे कश्मीर मामले में मध्यस्थता करने की पहल की थी, इसलिये मोदी को खुद स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि अगर यह बयान सही है तो पीएम मोदी ने भारत के हितों और 1972 के शिमला समझौते को धोखा दिया है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने को कहा था. अगर सही है तो यह भारत के हितों और शिमला समझौतों से धोखा है.
यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को सदन में भी उठाएगी और हम बाहर भी इसे उठा रहे हैं. कांग्रेस के सीनियर लीडर आनंद शर्मा ने कहा कि इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को खुद आकर बयान देना चाहिए क्योंकि यह बातचीत सीधे उनके और ट्रंप के बीच हुई थी. संसद चल रहा है. यह परंपरा है कि अहम विषयों पर पीएम आकर बयान देते हैं. इसलिए पीएम का यह कर्तव्य है कि वह आकर इस मामले में भ्रम को दूर करें. एनसीपी के माजिद मेनन ने भी पीएम से बयान देने को कहा.
समाजवादी पार्टी के चीफ ने भी इस मामले में सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पीएम को तुरंत स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
आरजेडी के मनोज झा ने कहा, ‘‘ट्रंप ने अपने बयान में किसी अधिकारी या अन्य नेता का नहीं बल्कि सीधे तौर पर प्रधानमंत्री का जिक्र किया है. ऐसे में कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर प्रधानमंत्री को स्थिति स्पष्ट करने से बचना नहीं चाहिए. कुछ तो है जिसकी पर्दादारी है.’’ आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने कहा, ‘‘ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मौजूदगी में कहा है कि मोदी ने उनसे मध्यस्थता का अनुरोध किया है. पीएमइसे लेकर स्पष्टीकरण क्यों नहीं दे रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)