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लॉकडाउन के बीच पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन किया था, जिसमें उन्होंने कोरोना से लड़ने के लिए आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी की तरफ बढ़ने की बात कही थी. जिसे अब अमल में लाया जा रहा है. अब सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेस (CAPF) की कैंटीन से करीब हजार प्रोडक्ट्स को हटा दिया गया है, क्योंकि वो स्वदेशी नहीं हैं. इस लिस्ट में डाबर, वीआईपी, जेगुआर और नेस्ले जैसे कई बड़े ब्रांड शामिल हैं.
सरकार की तरफ से जारी एक आदेश में ये जानकारी दी गई है. इसमें बताया गया है कि सोमवार यानी 1 जून से सीएपीएफ और केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडारों पर सिर्फ स्वदेशी चीजें ही उपलब्ध होंगी. जिससे घरेलू उत्पाद को बढ़ावा मिलेगा. इसमें कहा गया है कि,
हालांकि इस आदेश में ये साफ किया गया है कि नॉन स्वदेशी चीजों को हटाने का ये फैसला कैंटीन बोर्ड की तरफ से लिया गया है. बता दें कि सीएपीएफ की कैंटीनों में हर साल करीब 2800 करोड़ रुपये का सामान बिकता है. इसे 10 लाख जवानों के परिवार के करीब 50 लाख लोग इस्तेमाल करते हैं.
पैरामिलिट्री कैंटीनों में स्वदेशी चीजों की ही बिक्री को लेकर गृहमंत्री अमित शाह पहले ही ऐलान कर चुके थे. उन्होंने बताया था कि सीएपीएफ की कैंटीनों और स्टोरों पर सिर्फ स्वदेशी उत्पादों की ही बिक्री होगी. उन्होंने लोगों से भी अपील की थी कि वो स्वदेशी अपनाने में आगे आएं.
अमित शाह ने ये ट्वीट पीएम मोदी के संबोधन के एक दिन बाद किया था. जिसमें उन्होंने लिखा था,
"कल माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने और लोकल प्रोडक्ट्स (भारत में बने उत्पाद) उपयोग करने की एक अपील की जो निश्चित रूप से आने वाले समय में भारत को विश्व का नेतृत्व करने का मार्ग प्रशस्त करेगी."
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