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अपनी बेटी शीना बोरा के हत्या के आरोप में जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी ने पी चिदंबरम की जिंदगी ही बदल दी. देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सीबीआई की कस्टडी में हैं. चिदंबरम INX मीडिया को विदेशी FIPB के तहत मंजूरी देने के आरोपी हैं जब वो वित्त मंत्री हुआ करते थे. आरोप है कि उनके बेटे को रिश्वत दी गई थी जिसके बदले में उन्होंने आईएनएक्स मीडिया को मंजूरी दी.
जब इस मामले की शुरुआत हुई उस वक्त पीटर मुखर्जी और उनकी पत्नी इंद्राणी मुखर्जी कंपनी के प्रमोटर थे. पिछले साल फरवरी में इंद्राणी मुखर्जी ने अपना बयान रिकॉर्ड कराया था और सरकारी गवाह बन गई थीं. इंद्राणी का आरोप है कि कार्ति चिदंबरम ने FIPB की मंजूरी के लिए कथित तौर पर उनसे रिश्वत ली थी. आरोप है कि कार्ति को आईएनएक्स (जिसका नाम बाद में नाइन एक्स पड़ा) से साढ़े तीन करोड़ रिश्वत मिली थी.
17 फरवरी 2018 को दर्ज कराए गए बयान में इंद्राणी ने कथित तौर पर दावा किया कि कार्ति ने उनसे दिल्ली के हयात होटल में मुलाकात के दौरान 10 लाख डॉलर की रिश्वत की मांग की थी. ये बयान अब अदालत के दस्तावेज का एक हिस्सा है. इंद्राणी का ये भी आरोप है कि उन्होंने और उनके पति पीटर मुखर्जी ने चिदंबरम से दिल्ली के नॉर्थ ब्लाक स्थित उनके दफ्तर में मुलाकात की थी. साथ ही कार्ति को कारोबार में मदद करने की बात की. हालांकि, पी चिदंबरम ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है.
अब सीबीआई का आरोप है कि साल 2007 में बतौर वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने INX मीडिया को विदेशी निवेश के लिए गैरकानूनी तरीके से मंजूरी दी थी. इसके बाद पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी INX मीडिया में 305 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आया. लेकिन बताया गया है कि अनुमति सिर्फ 5 करोड़ रुपये की थी.
INX मीडिया मामले में पहली एफआईआर 15 मई 2017 को दर्ज हुई. इसके बाद सीबीआई इस मामले की जांच में जुट गई. वहीं ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी. अब चिदंबरम सीबीआई की कस्टडी में हैं.
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