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पाकिस्तान ने हमेशा इस बात से इनकार किया है कि वो आतंकियों को अपने देश में पनाह देता है. ये वही देश है जहां डॉन दाऊद इब्राहिम कई सालों से छिपा बैठा है. पाकिस्तान ने एक बार इस बात को कबूल भी किया था, लेकिन उसके बाद पलटी मार ली और कहा कि दाऊद पाकिस्तान में नहीं है. अब इस मामले को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बयान जारी किया गया है. जिसमें पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला गया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, पाकिस्तान ने कहा है कि एसआरओ का मतलब ये नहीं है कि जिन लोगों की लिस्ट जारी हुई है, उनमें से सभी लोग हमारी धरती पर हैं. साथ ही पाकिस्तान ने ये भी कहा है कि इसका मतलब ये भी नहीं है कि वो इन आतंकियों के खिलाफ कोई नई कार्रवाई करेगा. इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि-
भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ने कभी भी किसी आतंकवादी संगठन या फिर किसी मोस्ट वांटेड आतंकी के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की है. इसका अब तक कोई भी सबूत नहीं है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की तरफ से अब दाऊद इब्राहिम के होने से इनकार करना उनके इरादों पर सवाल खड़ करता है. लेकिन इससे वो वर्ल्ड कम्युनिटी को अपने प्रोपेगेंडा पर भरोसा करने के लिए गुमराह नहीं कर सकते हैं.
भारत ने कहा है कि पाकिस्तान को ऐसे आतंकियों को खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूर करनी चाहिए और जो लोग लिस्ट में शामिल हैं, उनके खिलाफ मुकदमा चलाना चाहिए.
कुछ ही दिनों पहले पाकिस्तान की तरफ से एक लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें उन आतंकियों के नाम शामिल थे, जिन पर पाकिस्तान ने प्रतिबंध लगाने की बात कही थी. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की जारी की हुई इस लिस्ट में 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी और अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम शामिल हैं. इसमें पाकिस्तान ने माना था कि दाऊद कराची में रह रहा है. इस लिस्ट में दाऊद के साथ उसके कराची वाले घर का पता भी लिखा हुआ था. लेकिन इसके ठीक एक दिन बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि दाऊद पाकिस्तान में नहीं है. पाकिस्तान ने एक स्टेटमेंट में कहा कि ये बात कहीं मानी ही नहीं गई है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है.
इस लिस्ट में हाफिज सईद, मौलाना मसूद अजहर, मुल्ला फजरुल्लाह, जकी-उर-रहमान-लखवी, नूर वली मेहसूद (TTP), फजल रहीम (इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान), जलालुद्दीन हक्कानी जैसे आतंकियों के नाम शामिल थे.
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