advertisement
आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं. पाकिस्तान सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर के इस समारोह में शामिल होने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर को न्योता दिया था.
पहले से तय अपने कार्यक्रम के कारण वे इस उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे. रविशंकर को मिले पत्र में लिखा था, "करतार कॉरिडोर का खुलना और धार्मिक पर्यटन का प्रोत्साहन आपके हिंसा-मुक्त दुनिया के उद्देश्य को जोड़ता है."
करतारपुर कॉरिडोर पाकिस्तान के करतारपुर स्थित दरबार साहिब को भारत के पंजाब में गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक श्राइन से जोड़ता है. गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर करतारपुर कॉरिडोर खुलने जा रहा है.
3 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर सिख तीर्थयात्रियों को करतारपुर में ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब तक ले जाएगा, जहां गुरुनानक देव का 1539 में निधन हुआ था.
भारत के तरफ से करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला 26 नवंबर 2018 को रखी गई थी. इसके दो दिन बाद पाकिस्तान ने इसकी आधारशिला रखी थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)