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पनामा पेपर्स के खुलासे के बाद अब पेंडोरा पेपर्स (Pandora Papers) ने सनसनी फैला दी है. लीक हुए 12 मिलियन डॉक्यूमेंट की जांच के बाद सामने आये पेंडोरा पेपर्स के अनुसार दुनिया के कई अमीर और शक्तिशाली लोगों सरकारों की नजर से अपनी संपत्ति को छुपाने और टैक्स से बचने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का सहारा ले रहें हैं.
3 अक्टूबर को जारी पेंडोरा पेपर्स में 300 से अधिक भारतीय नाम हैं जिसमें से 60 प्रमुख व्यक्तियों और बड़ी भारतीय कंपनियों के दूसरें देशों में मौजूद या "ऑफशोर अकाउंट्स" की जांच की गयी है.
पेंडोरा पेपर्स पर इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय कॉरपोरेट डिफॉल्टरों से लेकर टॉप बिजनेसमैन तक, CBI-ED के केस में शामिल आरोपियों से लेकर मशहूर हस्तियों तक- जांच से पता चलता है कि इन्होंने अपनी सम्पतियों को सरकार से छिपाने के लिए दूसरे देशों में अपने पैसे भेजे हैं.
लगभग 12 मिलियन लीक्ड डॉक्टुमेंट्स की जांच पर आधारित पेंडोरा पेपर्स यह खुलासा करता है कि कैसे दुनिया के कई अमीर और शक्तिशाली लोग संपत्ति छिपा रहे हैं.
117 देशों में 600 से अधिक पत्रकारों ने इन डॉक्टुमेंट्स की महीनों तक जांच की और अब आने वाले सप्ताहों में इसका खुलासा करेंगे. भारत की तरफ से पेंडोरा पेपर्स खुलासे में “इंडियन एक्सप्रेस” लिया है.
पेंडोरा पेपर्स खुलासे में इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स ने 14 सोर्स से डॉक्यूमेंट प्राप्त किये गए हैं और पूरे डॉक्यूमेंट का साइज लगभग 2.94 TB है.
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