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भारतीय संसद की सुरक्षा में हुई चूक मामले (Parliament Security Breach) में नए-नए अपडेट सामने आ रहे हैं. वारदात का कथित मास्टरमाइंड ललित मोहन झा ने 14 दिसंबर की शाम दिल्ली पुलिस को सरेंडर कर दिया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद स्पेशल सेल के हवाले कर दिया. मामले में अब तक कुल पांच गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, इनमें सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे, नीलम देवी और ललित झा का नाम शामिल है.
गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों में एक सागर शर्मा शामिल है. यह लखनऊ का रहने वाला है. मामले में उसका नाम आने और गिरफ्तारी होने के बाद दिल्ली की खुफिया एजेंसियां उसके घर छान-बीन करने पहुंची. अब सागर शर्मा के लखनऊ स्थित घर से उसकी एक डायरी मिली है.
डायरी के पाए जाने के बाद एजेंसियां इसमें लिखी बातों को समझने की कोशिश में लगी हुई हैं.
सागर शर्मा की डायरी के एक पन्ने पर लिखा है कि
वतन की उल्फत पर जो होते हैं कुर्बान
वो अमर हो जाते हैं
वही क्रांतिकारी और वही शहीद कहलाते हैं
जो लड़े इस देश की खातिर उसके मन का
हर जुबां पर नाम हो जिसका हम वो खबर हो जाते हैं
11 जून 2015 को सुबह 09 बजे डायरी में लिखी गई कविता
गर्मी होती है अक्सर लहू में हर जवान के
लूटते हैं देश को जो, दाग हैं ईमान के
अब इंकलाब ने ली अंगड़ाई फिस इस वतन में यारों
हक ना लूटें जाएंगे अब गरीब के और किसान के
12 जून 2015 को सुबह 09 बजकर 10 मिनट पर डायरी में लिखी गई कविता
उठा सके आवाज कोई, दुश्मन इस ताक में बैठे हैं
लुट रही इज्जत बेटियों की सरेआम यहां
फिर क्यों हम सब्र रख कर हाथ पे हाथ बैठे हैं?
पहले से गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों- सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे और नीलम देवी को पटियाला कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया.
ललित झा से पहले चारों आरोपियों को पुलिस ने संसद के अंदर और बाहर से गिरफ्तार किया था.
सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे और नीलम देवी पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के अलावा कड़े UAPA के तहत आरोप लगाए गए हैं.
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