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भारतीय संसद (Indian Parliament) की सुरक्षा में हुई चूक मामले (Parliament Security Breach) का कथित मास्टरमाइंड दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपी ललित मोहन झा ने गुरुवार, 14 दिसंबर की शाम कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन के सामने आकर खुद को सरेंडर कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के हवाले कर दिया.
चलिए आपको बताते हैं कि ललित झा कौन है और अबतक इस मामले में क्या कुछ हुआ है?
ललित मोहन झा, संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना का मुख्य आरोपी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोलकाता का रहने वाला ललित झा पेशे से शिक्षक है.
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने बताया कि घटना के बाद ललित मोहन झा बस से राजस्थान के नागौर पहुंचा. वहां वह अपने दो दोस्तों से मिला और एक होटल में रात को ठहरा. इसके बाद उसको एहसास हुआ कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है और उसने बस से दिल्ली वापस आने का फैसला किया.
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने झा के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए एक NGO संस्थापक नीलाक्ष ऐश से संपर्क किया था, जो कोलकाता स्थित NGO का हिस्सा बताया जाता है.
ललित झा ने आरोपी नीलम और अमोल का संसद भवन के बाहर नारे लगाते और कलर स्मोक छोड़ते हुए वीडियो रिकॉर्ड किया था और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था.
घटना के दिन ललित झा भी उन चार अन्य आरोपियों के साथ संसद पहुंचा था.
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में बड़े पैमाने पर छापेमारी की और शाम के वक्त ललित झा ने खुद को सरेंडर कर दिया.
इससे पहले पटियाला कोर्ट ने इस मामले में पहले गिरफ्तार चारों आरोपियों- सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे और नीलम देवी को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया. हालांकि पुलिस ने 15 दिन की हिरासत में पूछताछ की मांग की थी.
बता दें कि एक बड़े सुरक्षा उल्लंघन मामले में आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी बुधवार दोपहर को शून्यकाल के दौरान सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए और कलर स्मोक का इस्तेमाल किया.
सदन में हुई घटना के लगभग उसी वक्त आरोपी अमोल शिंदे और नीलम देवी ने संसद परिसर के बाहर नारेबाजी करते हुए कलर स्मोक छोड़ा.
ललित झा से पहले चारों आरोपियों को पुलिस ने संसद के अंदर और बाहर से गिरफ्तार किया.
सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे और नीलम देवी पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के अलावा कड़े UAPA के तहत आरोप लगाए गए हैं.
इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने विक्रम उर्फ विक्की शर्मा और उसकी पत्नी को भी इस मामले में हिरासत में लिया था. स्पेशल सेल ने घंटों की पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया है.
आरोप है कि गिरफ्तार सभी पांच मुख्य आरोपियों ने कथित तौर पर घटना से पहले की रात गुरुग्राम के सेक्टर 7 में सागर विक्की शर्मा के घर में बिताई थी.
बीजेपी के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने TMC विधायक तापस रॉय के साथ ललित झा की एक कथित तस्वीर पोस्ट की. इसके लेकर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनीतिक टकराव शुरू हो गया.
आरोप लगाया गया है कि ललित झा ने 23 फरवरी, 2020 को अपने इंस्टाग्राम पेज पर तापस रॉय के साथ सरस्वती पूजा कार्यक्रम में ली गई यह तस्वीर शेयर की थी.
यह समझने के लिए कि मैसूर में मिलने से अंजाम देने तक, 6 आरोपियों ने कैसे संसद में घुसने की पूरी प्लानिंग की थी, आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें:
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