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13 दिसंबर को लोकसभा में हुए सुरक्षा उल्लंघन (Parliament Security Breach) के आरोपी छह लोग भारत के विभिन्न हिस्सों से आए थे. लेकिन तीन चीजें थीं जो उनमें कॉमन थीं.
वे सभी लगभग 18 महीने पहले फेसबुक पर एक-दूसरे से मिले थे, सभी छह भारतीय स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के फैन थे और वे सामूहिक रूप से सरकार की कार्यप्रणाली से 'नाखुश' थे.
दिल्ली पुलिस ने चार आरोपियों - सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम और अनमोल शिंदे - पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आरोप लगाया है.
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार, 14 दिसंबर की देर रात पांचवें आरोपी ललित झा को गिरफ्तार किया. उसने कर्तव्य पथ पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया गया.
इसके अलावा मामले में नाम विक्की/विशाल शर्मा और उसकी पत्नी का नाम आया जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया था. उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है.
कई रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपियों की पहली मुलाकात करीब डेढ़ साल पहले कर्नाटक के मैसूर में हुई थी. सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के संपर्क में आने के बाद ये पांचों फेसबुक पर फैन पेज - 'भगत सिंह फैन क्लब -' से जुड़े.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ललित (बिहार का), सागर (लखनऊ का) और मनोरंजन(मैसूर का) मैसूर में मिले थे, और बाद में नीलम (हरियाणा की) और अमोल (महाराष्ट्र का) को जोड़ा गया.
इसी मुलाकात में उन्होंने उन मुद्दों को उजागर करने की जरुरत पर चर्चा की, जिस पर उनका मानना था कि संसद को चर्चा करनी चाहिए. एनडीटीवी ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि इसमें बेरोजगारी, बढ़ती महंगाई और मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दे शामिल हैं.
जनवरी 2023 में पांचों आरोपियों के बीच दूसरी मुलाकात हुई, जिसके दौरान उन्होंने कथित तौर पर संसद में घुसकर विरोध जताने की योजना बनाई.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि मनोरंजन ने कथित तौर पर मॉनसून सत्र के दौरान "सुरक्षा उपायों का जायजा लेने" के लिए संसद परिसर का दौरा करते हुए रेकी की थी.
उनकी इस यात्रा के दौरान मनोरंजन को एहसास हुआ कि प्रवेश के दौरान किसी विजिटर के जूते की जांच नहीं की जा रही थी और फिर उन्होंने कलर स्प्रे के कनस्तरों को अपने जूते के अंदर छिपाने की योजना बनाई.
इसको अंजाम देने से कुछ दिन पहले चारों आरोपी अलग-अलग दिल्ली पहुंचे और कनॉट प्लेस में मिले. रिपोर्टों के मुताबिक ललित झा ही कथित तौर पर उन्हें 10 दिसंबर को गुरुग्राम में अपने दोस्त विक्की (विशाल शर्मा) के घर ले गया था.
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मनोरंजन ने बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा, जो उनके स्थानीय सांसद हैं, उनके निजी स्टाफ के साथ को-ऑर्डिनेट किया और 14 दिसंबर के लिए विजिटर पास मांगा.
अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया, "आधिकारिक कर्मचारियों ने उन्हें मंगलवार को फोन किया और 13 दिसंबर के लिए बनाया गया अपना पास लेने के लिए कहा. 13 दिसंबर की सुबह ही वे रेडियो टैक्सी में विक्की के घर से निकले और संसद पहुंचे."
मनोरंजन ने सुबह 9 बजे सांसद कार्यालय से पास लिया. इसके बाद आरोपी इंडिया गेट पर इकट्ठा हुए, जहां शिंदे ने कथित तौर पर बाकी आरोपियों को कलर स्मोक के कनस्तर बांटे.
इसके बाद मनोरंजन के जूते में कनस्तर छिपाकर उसके साथ सागर शर्मा दोपहर 12 बजे के आसपास संसद भवन के अंदर गया.
इस दौरान नीलम और अनमोल शिंदे बाहर रुककर नारे लगाते रहे. ललित झा भी मौके पर था और उनका वीडियो बना रहा था. जब पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया तो ललित झा कथित तौर पर मौके से भाग गया.
पांच आरोपियों में से कम से कम तीन की कुछ सोशल मीडिया पोस्ट एक जैसी थीं. उनमें भगत सिंह और चन्द्रशेखर आजाद जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें, किसानों के विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो थे.
बुधवार को ललित झा ने इंस्टाग्राम पर संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे नीलम सिंह और अनमोल सिंधे का वीडियो पोस्ट किया. इन वीडियो में आरोपी गैस स्मोक का इस्तेमाल करते हुए 'जय भीम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाते नजर आ रहे थे.
ललित झा सोशल मीडिया पर खुद को "शिक्षक" बताता है. उसके ज्यादातर पोस्ट में स्वतंत्रता सेनानियों के कोट और तस्वीरें हैं.
घटना से पहले अपने आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट में, सागर शर्मा ने लिखा: "जीते या हारे, पर कोशिश तो जरूरी है. 'जीते या हारे पर कोशिश तो जरूरी है. अब देखना ये है सफर कितना हसीन होगा. उम्मीद है फिर मिलेंगे.'
सागर शर्मा खुद को लेखक, कवि, फिलॉसफर और "एक्टर, विचारक और कलाकार" कहता है. वह लखनऊ के आलमबाग का रहने वाला है और शहर में ई-रिक्शा चलाता है.
अनमोल सिंधे ने दौड़, मुक्केबाजी और खेलों में पदक जीतने के वीडियो और तस्वीरें भी पोस्ट की हैं.
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