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पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की तुलना RSS से करकर विवाद खड़ा कर दिया है. जिसको लेकर बीजेपी ने भी कड़ा ऐतराज जताया है और उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रही है.
बता दें कि एसएसपी ने एक पीसी के दौरान प्रतिबंधित संगठन पीएफआई की तुलना राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से करते हुए कहा था कि पकड़े गये लोग सीमी के कार्यकर्ता है, जिस तरह आरएसएस की शाखा में स्वयं सेवकों को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है, उसी तरह पकड़े गये लोगों को भी मस्जिद में प्रशिक्षण दिया जा रहा था. बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने SSP के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा-
वहीं आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय झा ने SSP के बयान का साथ देते हुए कहा-
बयान पर विवाद बढ़ने के बाद पटना एसएसपी को पुलिस मुख्यालय ने नोटिस जारी किया है,. एडीजी मुख्यालय ने विवादित बयान पर 48 घंटे जवाब मांगा है.
बता दें कि 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दौरे पर थे, उससे पहले पुलिस ने एक संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दो लोगों में से एक झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दरोगा है और दूसरा पटना के गांधी में हुए बम धमाके का आरोपी मंजर का भाई है.
बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने भी ट्टिटर के जरिए SSP पर हमला बोला है,
SSP के बयान पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ये विषय राजनीति का नहीं है, उनको सजा देनी है या माफ करना है उसके आधार पर जिसको एक्शन लेना वो लेगा.
वहीं बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता सड़क पर भी उतर आए हैं, बिहार के कुछ इलाकों से प्रदर्शन की तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिसमें लोग SSP की बर्खास्तगी की मांग करते हुए पोस्टर जला रहे हैं. इन लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर SSP को हटाया नहीं गया तो वो आंदोलन करेंगे.
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