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अब पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel price Hiked) के बढ़ती कीमत मानो आम बात हो गई है. सिर्फ अक्टूबर के महीने में ही पेट्रोल 4.65 रुपये महंगा हुआ है. अपके पेट्रोल ने शतक तो बहुत पहले ही लगाया था अब खबर है कि उसने हवाई जहाज के ईंधन को भी काफी पीछे छोड़ दिया है.
एक लीटर पेट्रोल अब हवाई जहाजों में इस्तेमाल होने वाले एक लीटर एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) से ज्यादा महंगा हो गया है. पेट्रोल अब एविएशन फ्यूल से 33 फीसदी महंगा हो गया है.
राजस्थान के गंगानगर में पेट्रोल 117.86 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. वहां डीजल 105.95 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
दरअसल, पहले पेट्रोल-डीजल के दाम में एक-दो रुपए की गिरावट पर आम लोग राहत महसूस करते थे और मीडिया में भी जनता को राहत जैसी हेडलाइन बनती थी. लेकिन पेट्रोल के लगातार बढ़ते दाम के बीच अब जिस दिन दाम नहीं बढ़ते हैं उसी दिन को राहत समझा जाने लगा है.
बता दें कि चार दिन बाद आज सोमवार को भारतीय तेल विपणन कंपनियों ने ईंधन की नई कीमतें जारी करते हुए पेट्रोल-डीजल के रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) के मुताबिक, लगातार 4 दिन पेट्रोल की कीमत में 35-35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी. दिल्ली में पेट्रोल 105.84 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है, वहीं, डीजल 94.57 रुपये प्रति लीटर है. मुंबई में पेट्रोल 111.77 रुपये प्रति लीटर है, तो डीजल 102.52 रुपये प्रति लीटर.
देश के अधिकांश हिस्सों में पेट्रोल की कीमत पहले से ही 100 प्रति लीटर से ऊपर है, वहीं कई राज्यों में डीजल भी 100 के पार जा चुका है. डीजल की दरें मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ बिहार, केरल, कर्नाटक और लद्दाख सहित एक दर्जन से अधिक राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में 100 से ऊपर है.
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को कहा कि कोरोना से पहले के समय की तुलना में पेट्रोल और डीजल की खपत बढ़ी है, और सरकार मूल्य स्थिरता की दिशा में काम कर रही है. पेट्रोलियम उत्पादों की निरंतर कीमतों में वृद्धि पर टिप्पणी करते हुए, हरदीप सिंह पुरी ने कहा, "आज, पेट्रोल खपत प्री कोविड टाइम की तुलना में 10-15 प्रतिशत और और डीजल की 6-10 प्रतिशत अधिक है. मैं कीमत के मुद्दे पर नहीं जाऊंगा, हम कीमत के स्थिरता की दिशा में काम करना जारी रखते हैं."
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