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पीयूष गोयल के 'राष्ट्र विरोधी उद्योग' वाले बयान पर विपक्ष- जो बोया,वही काट रहे

केंद्रीय मंत्री Piyush Goyal ने भारतीय उद्योगों के आचरण को राष्ट्र विरोधी बताया है

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भारत
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<div class="paragraphs"><p>पीयूष गोयल</p></div>
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पीयूष गोयल

(फोटो: PTI)

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कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडिया इंडस्ट्री (CII) की सालाना बैठक में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) के द्वारा भारतीय उद्योग की आलोचना किए जाने के बाद उनके पक्ष और विपक्ष में नेताओं,उद्योगपतियों और अन्य तबके के लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

पीयूष गोयल ने भारतीय उद्योगपतियों की बिजनेस प्रैक्टिसेस को राष्ट्रहित के खिलाफ बताया था और उन्होंने खासकर 153 साल पुराने टाटा ग्रुप पर जमकार निशाना साधा था. CII की वार्षिक बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की टिप्पणी के 19 मिनट के वीडियो को बाद में डिलीट कर दिया गया.

भारत के प्रति टाटा स्टील की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाते हुए गोयल ने उसे चुनौती दी कि क्या वे जापान और कोरिया में अपने उत्पाद बेच सकते हैं? उन्होंने यह तर्क दिया कि जापान और कोरिया की कंपनियां 'राष्ट्रवादी' हैं और आयात किया गया स्टील नहीं खरीदती हैं. जबकि भारतीय उद्योग आयात करेगा, भले ही इससे उन्हें माल की तैयार लागत में सिर्फ 10 पैसे की बचत हो रही हो.

भारतीय उद्योग की ‘देशभक्ति’ पर सवाल उठाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि

“मैं भारतीय उद्योग पर पीयूष गोयल के अकारण हमलों से बिल्कुल स्तब्ध हूं. पहले, उन्होंने सुनिश्चित किया कि राज्यसभा बिल्कुल न चले, और अब यह अजीबोगरीब हमला! वो आधिकारिक मंजूरी के बिना नहीं बोल सकते, है ना?”

श्री आनंदपुर साहिब से सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने तंज करते हुए कहा कि

“आप वही काटते हैं जो आप बोते हैं.बॉम्बे क्लब 1.0 ने 2012-2014 के बीच एनडीए/बीजेपी सरकार बनाई और एक पार्टी को नहीं बल्कि एक व्यक्ति को सर्वेसर्वा बना दिया.और अब पीयूष गोयल उन्हें राष्ट्रविरोधी करार देते हैं.”

रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी और सीबीआई डायरेक्टर एम. नागेश्वर राव ने बीजेपी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल करते हुए कहा

"खुशी है कि पीयूष गोयल ने अपने दिल से बात की.एक दशक से भी कम समय में भारत के अमीर सुपर-रिच हो गए, जबकि बाकी लोगों के लिए आम जरूरत को पूरा करना भी मुश्किल है.यह सब केंद्र सरकार के ‘इज ऑफ लिविंग’ के बजाय ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ पर असाधारण ध्यान देने के कारण है."
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तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने पीयूष गोयल के बहाने सीधे पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा

“CII की बैठक में केंद्रीय मंत्री की अनर्गल भड़ास. एक अंडरपरफॉर्मिंग वन मैन शो में काम करने का दबाव वास्तव में उन पर आ रहा है”

आप विधायक राधव चड्डा ने भी उद्योग जगत पर तंज करते हुए कहा कि

“प्रिय कॉर्पोरेट भारत,मनुष्य जो कुछ बोएगा, वही काटेगा.शुभकामनाएं”

AIMIM अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा “पीयूष गोयल जी नरेंद्र मोदी उन्हें अपने विश्वास में लेना चाहते हैं जबकि आप उन्हें जवाबदेह ठहराना चाहते हैं? ऐसे कैसे चलेगा?”

"राष्ट्र विरोधी उद्योग" पर समर्थन भी मिला

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को अपने "राष्ट्र विरोधी उद्योग" पर विरोध के साथ-साथ समर्थन भी मिला.पद्मश्री और इफोसिस के पूर्व डायरेक्टर मोहनदास पाई ने अपना समर्थन जताते हुए कहा कि

“पीयूष गोयल ने कहा कि इंडस्ट्री की बिजनेस प्रैक्टिसेस को राष्ट्रहित के खिलाफ हैं.पीयूष गोयल की तरफ से अच्छे तर्क. उनसे सहमत हूं”

मोहनदास पाई के साथ साथ अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ के महासचिव, प्रवीण खंडेवाल ने भी अपना समर्थन देते हुए कहा कि“आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी मंत्री ने समावेशी विकास की बात की है. उनके बयान में कुछ भी गलत नहीं है.व्यापारी समुदाय,CAITIndia सरकार के साथ खड़ा है”

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