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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) गुरुवार, 27 जुलाई को राजस्थान के सीकर दौरे पर हैं. पीएम के दौरे को लेकर हंगामा मचा हुआ है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और PMO के बीच ट्विटर पर वार-पलटवार देखने को मिला. गहलोत ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि "PMO ने उनके पहले से निर्धारित 3 मिनट के संबोधन को कार्यक्रम से हटा दिया है." जिसके बाद गहलोत के ट्वीट पर PMO की ओर से भी जवाब आया.
अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, "माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, आज आप राजस्थान पधार रहे हैं. आपके कार्यालय PMO ने मेरा पूर्व निर्धारित 3 मिनट का संबोधन कार्यक्रम से हटा दिया है इसलिए मैं आपका भाषण के माध्यम से स्वागत नहीं कर सकूंगा अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता हूं."
अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री मोदी से पांच मांगें भी की हैं. उन्होंने ट्वीट किया, "मैं इस कार्यक्रम में अपने भाषण के माध्यम से जो मांग रखता वो इस ट्वीट के माध्यम से रख रहा हूं. आशा करता हूं 6 महीने में की जा रही इस सातवीं यात्रा के दौरान आप इन्हें पूरी करेंगे." गहलोत ने जो पांच मांगे की हैं, वो इस तरह से हैं:
राजस्थान खासकर शेखावटी के युवाओं की मांग पर अग्निवीर स्कीम को वापस लेकर सेना में परमानेंट भर्ती पूर्ववत जारी रखी जाए.
राज्य सरकार ने अपने अंतर्गत आने वाले सभी को-ऑपरेटिव बैंकों से 21 लाख किसानों के 15,000 करोड़ रुपये के कर्जमाफ किए हैं. हमने केंद्र सरकार को राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जमाफ करने के लिए वन टाइम सैटलमेंट का प्रस्ताव भेजा है जिसमें किसानों का हिस्सा हम देंगे. इस मांग को पूरा किया जाए.
राजस्थान विधानसभा ने जातिगत जनगणना के लिए संकल्प पारित कर भेजा है. केंद्र सरकार इस पर अविलंब निर्णय ले.
NMC की गाइडलाइंस के कारण हमारे तीन जिलों में खोले जा रहे मेडिकल कॉलेजों में केंद्र सरकार से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है. ये पूरी तरह स्टेट फंडिंग से बन रहे हैं. इन आदिवासी बाहुल्य तीनों जिलों के मेडिकल कॉलेजों में भी केन्द्र सरकार 60% की फंडिंग दे.
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का दर्जा दिया जाए.
वहीं PMO ने भी गहलोत के ट्वीट का जवाब दिया है. PMO की ओर से कहा गया है, "प्रोटोकॉल के अनुसार, आपको विधिवत आमंत्रित किया गया है और आपका भाषण भी निर्धारित किया गया है. लेकिन, आपके कार्यालय ने कहा कि आप शामिल नहीं हो पाएंगे."
इसके साथ ही PMO की ओर से कहा गया है, "आज के कार्यक्रम में आपका हार्दिक स्वागत है. विकास कार्यों की पट्टिका पर भी आपका नाम है."
इसके बाद अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए एक और ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने कहा कि पीएमओ को तथ्यों की पूरी जानकारी नहीं है. गहलोत ने कहा, "माननीय प्रधानमंत्री जी, आपके कार्यालय ने मेरे ट्वीट पर संज्ञान लिया परन्तु संभवत: उन्हें भी तथ्यों से अवगत नहीं करवाया गया है. भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से भेजे गए प्रस्तावित मिनट टू मिनट कार्यक्रम में मेरा संबोधन रखा गया था. कल रात को मुझे पुन: अवगत करवाया गया कि मेरा संबोधन नहीं होगा."
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, "मेरे कार्यालय ने भारत सरकार को अवगत करवाया था कि डॉक्टर्स की राय के अनुसार पैर में लगी चोट के कारण मैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यक्रम में शामिल रहूंगा और मेरे मंत्रिगण कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे. अभी भी मैं राजस्थान के हित के इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नॉन इनटरेक्टिव मोड पर शामिल रहूंगा."
पीएम मोदी ने सीकर से किसानों को बड़ी सौगात दी है. उन्होंने 9 करोड़ किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त ट्रांसफर की. इसके अलावा उन्होंने 1.25 लाख प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र देश को समर्पित किए और यूरिया गोल्ड भी लॉन्च किया.
इसके साथ ही पीएम ने राजस्थान के 12 मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया. सीएम गहलोत ने ट्वीट कर बताया है कि इन मेडिकल कॉलेजों की परियोजना लागत 3,689 करोड़ रुपये है. जिसमें 2,213 करोड़ केंद्र का और 1,476 करोड़ राज्य सरकार का अंशदान है.
पीएम ने राजस्थान को 6 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय और एक केंद्रीय विद्यालय की भी सौगात दी है.
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