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मंदी से उबरने के लिए मोदी सरकार 2.0 ने प्राइवेट सेक्टर को बड़ा बूस्टर दिया है. कॉरपोरेट टैक्स में कॉरपोरेट टैक्स में 10 परसेंटेंज प्वाइंट्स तक की कमी की है. खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बताया कि इससे सरकार को 1.45 लाख करोड़ राजस्व का नुकसान होगा.
सरकार के बड़े ऐलान से शेयर बाजार तुरंत चढ़ गया. पीएम मोदी समेत तमाम नेताओं ने इस फैसले का स्वागत किया है. फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए पीएम ने कहा कि इससे और नौकरियां पैदा होंगी.
पीएम ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में हुई घोषणा ये बताती है कि सरकार भारत को बिजनेस हब बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कॉरपोरेट टैक्स को कम करने की लंबे समय से मांग हो रही थी, अब ये सच हो गया है. इस घोषणा के बाद शाह ने कहा, ‘इससे हमारी कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉम्पटिशन में मदद मिलेगी, साथ ही भारतीय बाजार निवेशकों के लिए और आकर्षक साबित होगा.’
शाह ने कहा कि मोदी सरकार भारत को एक बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देते हुए लिखा, ‘घरेलू और मैन्येफैक्चरिंग कंपनियों को बदलने के उपायों की घोषणा के लिए बधाई. ’
बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कॉरपोरेट टैक्स में कटौती करने के लिए बधाई दी.
सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा कि 2019 के बजट में कई आपत्तियों के बावजूद कॉरपोरेट टैक्स को 30 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया था. ‘आज वित्त मंत्री ने एक और यू-टर्न ले लिया है, और आप अपनी पीठ थपथपा रहे हैं और इसे ऐतिहासिक बता रहे हैं. ऐतिहासिक केवल ये है कि सरकार इकनॉमी को बर्बाद करने की जिम्मेदारी लेने से मना कर रही है.’
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