advertisement
इजरायल-हमास जंग (Israel Hamas War) शुरू होने के बाद पहली बार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और राष्ट्रपति इसाक हर्जोग की मुलाकात हुई. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को क्षेत्र में प्रभावित आबादी के लिए मानवीय सहायता जारी रखने की आवश्यकता दोहराई.
मोदी ने दुबई में COP28 जलवायु बैठक के इतर हर्जोग से मुलाकात की और हमास के साथ चल रहे संघर्ष पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय (MEA) के एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने 7 अक्टूबर के हमलों में जानमाल के नुकसान पर संवेदना व्यक्त की और हमास द्वारा हाल ही में कुछ बंधकों की रिहाई का स्वागत किया.
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है, "हर्जोग के साथ अपनी बैठक में, “प्रधानमंत्री ने प्रभावित आबादी के लिए मानवीय सहायता की निरंतर और सुरक्षित डिलीवरी की आवश्यकता दोहराई.
उन्होंने दो-राज्य समाधान और बातचीत और कूटनीति के माध्यम से इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे के शीघ्र और टिकाऊ समाधान के लिए भारत के समर्थन पर जोर दिया.
राष्ट्रपति हर्जोग ने भारत की G20 अध्यक्षता की सफलता पर प्रधान मंत्री को बधाई दी और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के शुभारंभ का स्वागत किया, जो सितंबर में नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के मौके पर घोषित बड़े निर्णयों में से एक था.
इजरायल राष्ट्रपति इसाक हर्जोग से मुलाकात के इतर पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बैठक की. MEA के अनुसार, दोनों नेताओं ने इजरायल-हमास जंग पर चर्चा की. साथ ही, पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति को अगले महीने वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के लिए भी आमंत्रित किया.
अन्य विश्व नेताओं में, मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन और इतालवी प्रधान मंत्री जॉर्जिया मेलोनी से भी बात की.
उन्होंने फ्रांस के प्रधानमंत्री इमैनुएल मैक्रॉन, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, स्वीडिश प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव और स्विस परिसंघ के अध्यक्ष एलेन बर्सेट के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं.
इसके बाद मोदी देर रात नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
बता दें कि 30 नवंबर से शुरू हुए जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के 28वां संस्करण में भाग लेने पीएम मोदी दुबई पहुंचे थे. दुबई में अपने लगभग 21 घंटे के प्रवास के दौरान PM मोदी ने सात द्विपक्षीय बैठक की, चार भाषण दिया और जलवायु घटनाओं पर दो विशेष सत्र में हिस्सा लिया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)