advertisement
पंजाब नेशनल बैंक फ्रॉड केस के आरोपी मेहुल चोकसी को भारत लाने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और एंटीगा ने प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. ऐसा होने के बाद चोकसी को वापस लाना अब आसान हो जाएगा.
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने एंटीगा के साथ प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर किए हैं. अब तक एंटीगा और भारत के बीच कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं थी.
वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि प्रत्यर्पण संधि 1962 के प्रोविजन एंटीगा और बरबूडा पर भी लागू होंगे. एंटीगा और बरबूडा ने साल 2001 में प्रत्यर्पण अधिनियम के तहत कॉमनवेल्थ देशों के तहत भारत को अधिसूचित किया था.
हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरफ से पीएनबी को 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाकर विदेश भागने के मामले में जांच चल रही है. ये मामला सीबीआई और ईडी के पास है.
2011 से 2018 के बीच हजारों करोड़ की रकम फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिग (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई. नीरव मोदी का मामा मेहुल चौकसी गीतांजलि ग्रुप चलाता था. ग्रुप की तीन कंपनियों गीतांजलि जेम्स, गिली इंडिया और नक्षत्र के खिलाफ फ्रॉड केस दर्ज है.
ये भी पढे़ं- मेहुल चोकसी को भारत लाने की कोशिश,एंटीगा को सौंपी प्रत्यर्पण अर्जी
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)