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देश के वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री और राष्ट्रपति रह चुके और भारत रत्न से सम्मानित प्रणब मुखर्जी नहीं रहे. प्रणब मुखर्जी को अंतिम विदाई देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी तक तमाम बड़े नेता पहुंचे.
84 साल की उम्र में सेना के आरआर अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांसें लीं. पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले में 11 दिसंबर 1935 को जन्मे प्रणब मुखर्जी का राजनीतिक करियर 50 साल से ज्यादा लंबा रहा. इस दौरान उन्होंने सरकार के अलग-अलग पदों, कई अंतराष्ट्रीय संस्थाओं का प्रतिनिधित्व किया.
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