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हाल में 26 जनवरी को कृषि प्रदर्शनों के दौरान 6 पत्रकारों पर उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश पुलिस ने राजद्रोह, आपराधिक साजिश रचने और शत्रुता बढ़ाने जैसी गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. इन पत्रकारों में राजदीप सरदेसाई, मृणाल पांडे, विनोद जोस, जफर आगा, परेशनाथ और अनंतनाथ शामिल हैं.
30 जनवरी को कई प्रतिष्ठित और बड़े पत्रकार संगठनों ने इसका मनमाने कदम का विरोध करने एक मीटिंग आयोजित की. मीटिंग में "जनता को सूचित करने के पत्रकारों के काम में सरकार द्वारा बाधा पहुंचाने वाले कदम उठाए जाने" पर खेद जताया गया.
संगठनों द्वारा पारित प्रस्ताव में कहा गया:
स्टेटमेंट में आगे राजद्रोह के कानून तो खत्म करने और पत्रकारों के खिलाफ, आतंकवादियों के लिए बनाए गए UAPA कानून के पूर्वाग्रह से प्रेरित, खतरनाक और गलत इस्तेमाल को रोकने को भी कहा गया.
यह मीटिंग प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित की गई थी.
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