Home News India राम मंदिर से ट्रिपल तलाक ...संसद में पीएम के भाषण की 10 बड़ी बातें
राम मंदिर से ट्रिपल तलाक ...संसद में पीएम के भाषण की 10 बड़ी बातें
एम मोदी संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद भाषण दे रहे हैं. पीएम ने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला.
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लोकसभा में पीएम मोदी का भाषण
(फोटो: राज्यसभा)
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लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुए पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला. अपने भाषण में पीएम ने राम मंदिर से लेकर आर्टिकल 370 और ट्रिपल तलाक का मुद्दा उठाया. तो वहीं अपने 6 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां भी बताईं.
पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें-
CAA को लेकर कुछ लोग कह रहे हैं कि इसे लाने की इतनी जल्दी क्या थी? कुछ माननीय सदस्यों ने कहा कि हम देश के टुकड़े करना चाहते हैं. विडंबना यह है कि ये वो लोग बोल रहे हैं जो देश के 'टुकड़े टुकड़े' करने वालों के बगल में खड़े होकर फोटो खिंचवाना पसंद करते हैं.
संविधान बचाने की बात कांग्रेस को दिन में 100 बार बोलनी चाहिए, ये तो उनका मंत्र होना चाहिए. संविधान के साथ कब क्या हुआ, अगर इसका महत्व समझते तो संविधान के साथ ये न हुआ होता. इसलिए जितनी बार आप संविधान बोलोगे, कुछ चीजें आपको अपनी गलतियों का एहसास करा देंगी.
मैं फिर से इस सदन के माध्यम से बड़ी जिम्मेदारी के साथ स्पष्ट कहना चाहता हूं कि CAA से हिंदुस्तान के किसी भी नागरिक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला. चाहे वो मुस्लिम हो, हिंदू हो, सिख हो या अन्य किसी धर्म को मानने वाला हो.
कांग्रेस के रास्ते पर चलते, तो शायद 70 साल के बाद भी इस देश से आर्टिकल 370 नहीं हटता, आपके ही तौर तरीके से चलते, तो मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की तलवार आज भी डराती.
कांग्रेस की सोच के साथ चलते तो राम जन्मभूमि आज भी विवादों में रहती. आपकी ही सोच अगर होती, तो करतापुर साहिब कोरिडोर कभी नहीं बन पाता. आपके ही के तरीके होते, आपका ही रास्ता होता, तो भारत-बांग्लादेश विवाद कभी नहीं सुलझता.
अगर गति तेज न होती तो 11 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय न बनते,13 करोड़ गरीब लोगों के घर में गैस का चूल्हा नहीं पहुंचता, 2 करोड़ नए घर गरीबों के लिए नहीं बनते. लंबे समय से अटकी दिल्ली की 1,700 कॉलोनियों को नियमित करने का काम पूरा न होता.
नॉर्थ ईस्ट वालों को जो दिल्ली दूर लगती थी, आज वही दिल्ली उनके दरवाजे पर जाकर खड़ी हो गई है. चाहे बिजली की बात हो, रेल की बात हो, हवाई अड्डे की बात हो, मोबाइल कनेक्टिविटी की बात हो, हमने ये सब करने का प्रयास किया है.
हमने जिस तेज गति से काम किया है, उसका परिणाम है कि देश की जनता ने इसे देखा और देखने के बाद, उसी तेज गति से आगे बढ़ने के लिए हमें फिर से सेवा का मौका दिया. अगर ये तेज गति न होती तो 37 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट इतनी जल्दी नहीं खुलते.
बोड़ो जनजाति की चर्चा में कहा कि ये कोई पहली बार नहीं हुआ, लेकिन पहले जो कुछ भी हुआ, राजनीति के तराजू से तौलकर किया, जो भी किया आधे-अधूरे मन से किया गया. पहले समझौते तो हुए, फोटो भी छप गई, लेकिन कागज पर किये समझौते से बोड़ो जनजाति के लोगों का भला नहीं हुआ.
क्या पंडित नेहरू कम्युनल थे? क्या हिन्दू-मस्लिम में भेद करते थे? क्या वो हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते थे? कांग्रेस की दिक्कत ये है कि वो बातें बनाती है, झूठे वादे करती है और दशकों तक वादों का टालती है.