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कोरोनावायरस के कारण हुए लॉकडाउन के बाद प्रवासी दिहाड़ी मजदूर शहरों से अपने-अपने गांव-कस्बों की तरफ पलायन कर रहे हैं. बड़ी संख्या में ऐसी रिपोर्ट और वीडियो देखने को मिल रही है. ऐसे में अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने देश की सभी बड़ी टेलीकॉम कंपनियों को चिट्ठी लिखी है. अपनी चिट्ठी में प्रियंका गांधी ने कंपनियों से इन लोगों की मोबाइल कॉल जैसी सेवाओं को एक महीने के लिए मुफ्त करने का आग्रह किया है.
24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन के बाद से ही कई राज्यों में बसे हुए प्रवासी कामगार और मजदूर अपने-अपने गांवों की ओर लौटने लगे. बस-ट्रेन जैसी सेवाओं के बंद होने के कारण कई लोग सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने घरों के लिए पैदल ही निकल गए, जबकि दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर शनिवार को बसे अड्डे पर हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई थी.
ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने टेलीकॉम कंपनियों के मालिकों को चिट्ठी लिख लोगों की मदद के लिए मानवीय आधार पर अपील की.
प्रियंका ने अपनी चिट्ठी में कहा कि संकट की घड़ी में अपने देशवासियों की मदद करना हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है. उन्होंने लिखा, “टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी मौजूदा हालात में सकारात्मक फर्क डाल सकती है. बहुत सारे लोग जो अपने घर जा रहे हैं उनके मोबाइल रिचार्ज ख़त्म हो चुके हैं. इसका मतलब है कि वो अपने परिजनों को कॉल नहीं कर सकते और न ही उनके कॉल रीसीव कर सकते हैं.”
अपनी चिट्ठी में प्रियंका ने कॉल फ्री करने की अपील करते हुए लिखा,
प्रियंका से पहले उनके ही भाई और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने प्रवासियों के मुद्दों से लेकर अर्थव्यवस्था को लेकर जरूरी कदम उठाने के लिए कुछ सुझाव दिए थे.
देश में कोरोनावायरस से संक्रमण का आंकड़ा 1,000 तक पहुंचने वाला है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक रविवार 29 मार्च तक देश में 25 लोगों की COVID-19 से मौत हो चुकी है, जबकि अब तक 979 मामले सामने आए हैं.
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