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देश में 70 साल बाद चीतों के आने पर बीजेपी नेता संबित पात्रा ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, "स्वागत है! स्वागत है! स्वागत है! कूनो अभ्यारण्य में आ गये चीते!"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइंस के आधार पर इन चीताओं को भारत में सेटल किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने चीतों को कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा
कुनो नेशनल पार्क में चीते
भारत की धरती पर चीतों की वापसी
चीता रिटर्न्स
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज 21वीं सदी का भारत, पूरी दुनिया को संदेश दे रहा है कि Economy और Ecology कोई विरोधाभाषी क्षेत्र नहीं है. पर्यावरण की रक्षा के साथ ही, देश की प्रगति भी हो सकती है, ये भारत ने दुनिया को करके दिखाया है.
पीएम मोदी ने कहा कि कुनो नेशनल पार्क में छोड़े गए चीतों को देखने के लिए देशवासियों को कुछ महीने का धैर्य दिखाना होगा, इंतजार करना होगा. आज ये चीते मेहमान बनकर आए हैं, इस क्षेत्र से अनजान हैं. कुनो नेशनल पार्क को ये चीते अपना घर बना पाएं, इसके लिए हमें इन चीतों को भी कुछ महीने का समय देना होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये बात सही है कि, जब प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण होता है तो हमारा भविष्य भी सुरक्षित होता है. विकास और समृद्धि के रास्ते भी खुलते हैं. कुनो नेशनल पार्क में जब चीता फिर से दौड़ेंगे, तो यहां का ग्रासलैंड इकोसिस्टम फिर से रिस्टोर होगा, जैव विविधता और बढ़ेगी.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि दशकों पहले, जैव-विविधता की सदियों पुरानी जो कड़ी टूट गई थी, विलुप्त हो गई थी, आज हमें उसे फिर से जोड़ने का मौका मिला है. आज भारत की धरती पर चीता लौट आए हैं. और मैं ये भी कहूंगा कि इन चीतों के साथ ही भारत की प्रकृति प्रेमी चेतना भी पूरी शक्ति से जागृत हो उठी है.
इसके साथ ही पीएम ने कहा कि ये दुर्भाग्य रहा कि हमने 1952 में चीतों को देश से विलुप्त तो घोषित कर दिया, लेकिन उनके पुनर्वास के लिए दशकों तक कोई सार्थक प्रयास नहीं हुआ. आज आजादी के अमृतकाल में अब देश नई ऊर्जा के साथ चीतों के पुनर्वास के लिए जुट गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोजेक्ट चीता के लॉन्च पर देशवासियों को बधाई दी है. इसके साथ ही उन्होंने ने नामीबिया की सरकार का भी आभार जताया है.
भारत में 70 साल बाद चीतों की वापसी हुई है. पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क से प्रोजेक्ट चीते की शुरुआत की. इसके तहत नामीबिया से 8 चीतों को लाया गया है. इनमें 5 नर और 3 मादा हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के कुनो पार्क में नामीबिया से लाए तीन चीतों को छोड़ा. इसके साथ ही पीएम मोदी चीतों की तस्वीरें क्लिक करते हुए भी नजर आए. पीएम के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, प्रदेश के लिए इससे बड़ा कोई तोहफा नहीं. देश में चीते विलुप्त हो गए थे और इन्हें फिर से बसाना एक ऐतिहासिक कदम है. यह इस सदी की सबसे बड़ी वन्यजीव घटना है. इससे मध्यप्रदेश में पर्यटन को तेजी से बढ़ावा मिलेगा.
मध्य प्रदेश में भारतीय वायु सेना के चिनूक हेलिकॉप्टर की मदद से 8 चीतों को कुनो नेशनल पार्क लाया गया.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर पहुंचने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया. इस दौरान राज्यपाल भी मौजूद रहे.
चीतों के भारत पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर एयरपोर्ट पर इनका स्वागत किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्वालियर एयरपोर्ट से कूनो नेशनल पार्क पहुंच गए हैं. यहां अब वह चीतों को उनके बाड़े में छोड़ेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान ग्वालियर एयरपोर्ट पर लैंड हो गया है. यहां से वह कुनो नेशनल पार्क के लिए रवाना होंगे.
नामीबिया से 8 चीते भारत आ गए हैं. आज सुबह विशेष विमान से उन्हें लाया गया है. इसके बाद इन चीतों को चिनूक हेलिकॉप्टर के जरिए कुनो नेशनल पार्क लाया गया है.
Project Cheetah: 70 साल बाद एक बार फिर भारत में चीतों (Cheetah) की वापसी हुई है. 1952 में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था. अब दोबारा से देश में चीतों को बसाया जा रहा है. इसके लिए नामीबिया से 8 चीते भारत मंगवाए गए हैं, जिन्हें आज पीएम मोदी (PM Narendra Modi) अपने जन्मदिन के मौके पर कुनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park) में छोड़ा है.
(एडिटोरियल नोट : इस फोटो स्टोरी में 2021 के एक वीडियो का स्क्रीनशॉट इस्तेमाल हुआ था, जो कि न्यूज एजेंसी PTI ने 17 सितंबर का बताकर जारी किया था. हमें जैसे ही ये ज्ञात हुआ कि विजुअल पुराना है, हमने उसे स्टोरी से हटा लिया. क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस विजुअल की पड़ताल भी की है )
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