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पुलवामा हमला: अहमदाबाद शोक मार्च में पथराव,दंगाइयों ने गाड़ी फूंकी

पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के लिए रखे गए शोक मार्च में गुटों के बीच पथराव और हिंसा हुई.

राहुल नायर
भारत
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शोक मार्च में दो गुटों के बीच पथराव की स्थिति उत्पन्न हो गई
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शोक मार्च में दो गुटों के बीच पथराव की स्थिति उत्पन्न हो गई
(फोटो: राहुल नायर/द क्विंट)

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अहमदाबाद के शाहपुर इलाके में शनिवार 16 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के खिलाफ निकाली गए शोक मार्च के दौरान पथराव हो गया. अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर अनूप कुमार सिंह ने क्विंट को बताया कि पथराव के बाद झड़प की स्थिति उत्पन्न हो गई और एक गाड़ी को आग के हवाले लगा दिया गया. स्थिति को काबू में लाने के लिए आसपास के पुलिस स्टेशन से तुरंत फोर्स को भेजा गया. पुलिस को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए दंगाइयों पर आंसू गैस के गोले दागने पड़े.

सिंह ने बताआ कि दंगा शुरू करने वाले अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की निगरानी की जा रही है.

शाहपुर के दिल्ली चकला और नागोरीवाड़ी इलाके के बीच शनिवार शाम को जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए एक रैली निकाली जा रही थी, जब कुछ लड़कों के बीच विवाद शुरू हो गया.

किसी ने एक पत्थर फेंका और उसके बाद स्थिति खराब हो गई. पथराव के बीच लोग इधर-उधर भागने लगे. तभी एक बारात भी वहां पहुंच गई. इसके बाद दोनों गुटों में पथराव होने लगा. ये काफी संवेदनशील इलाका है.
अनूप कुमार सिंह, पुलिस कमिश्नर, अहमदाबाद
शोक मार्च के दौरान हिंसा में एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया(फोटो: राहुल नायर/द क्विंट)

उन्होंने आगे कहा, "हमें स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आस-पास के इलाकों से सेना तैनात करनी पड़ी. हमें आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े. शादी में आए एक व्यक्ति की एक कार में आग लगा दी गई. अब तक, 15-20 व्यक्तियों को राउंड अप किया गया है और कॉम्बिंग ऑपरेशन चल रहा है."

सिंह ने इस विवाद को पाकिस्तान विरोधी भावना के कारण उत्पन्न हुआ बताया. उन्होंने कहा कि वाल्ड सिटी में हिंदू और मुस्लिम, दोनों समुदाय सीआरपीएफ के शहीद जवानों के लिए शोक मार्च और रैलियों का आयोजन कर रहे हैं.

पुलवामा हमले के बाद व्यापारियों के संगठनों ने शहर भर में बंद का ऐलान किया था.

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