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राजस्थान सरकार ने आरक्षण की मांग के साथ आंदोलन कर रहे गुर्जर समुदाय से बातचीत के लिए आगे आने को कहा है. इसके साथ ही सरकार ने आंदोलन कर रहे लोगों से हिंसा ना करने की अपील भी की है.
गुर्जर समुदाय राज्य में नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में 5 फीसदी आरक्षण की मांग के साथ शुक्रवार से आंदोलन कर रहा है. रविवार को इस आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया था.
राजस्थान सरकार में मंत्री भंवर लाल ने गुर्जर आंदोलन पर कहा, ''मैं गुर्जर समुदाय से अपील करना चाहूंगा कि हिंसा ना करें, शांतिपूर्वक प्रदर्शन करें. मैं बैंसला जी से अपील करना चाहूंगा कि वह बातचीत के लिए अपनी टीम भेजें. हम चर्चा करेंगे कि संविधान के दायरे में उनकी मांगे कैसे पूरी की जा सकती हैं.''
गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने सोमवार को कहा, ''हम 5 फीसदी आरक्षण मिलने के बाद ही मानेंगे. सरकार से मेरा अनुरोध है कि कुछ भी ऐसा ना किया जाए जो राजस्थान के लोगों को भड़काए. लोग मेरे निर्देश का इंतजार कर रहे हैं. इस मामले को शांतिपूर्ण तरीके से ही निपटा लें.''
इससे पहले बैंसला ने कहा था, “हम अपने समुदाय के लिए उसी तरह 5 फीसदी आरक्षण चाहते हैं, जिस तरह केंद्र सरकार ने आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए 10 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया है.”
रविवार को धौलपुर हाईवे पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. प्रदर्शनकारियों ने रोड ब्लॉक कर वाहनों में आग लगा दी थी. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने अजमेर में NH-8 ब्लॉक कर दिया था.
गुर्जर संघर्ष समिति (जीएसएस) के सदस्यों ने हाल ही में एक ‘महापंचायत’ बुलाई थी. इसके बाद जीएसएस के सदस्य सवाई माधोपुर के पास मलारना डुंगर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे और उन्होंने रेल मार्ग पर ट्रेनों का आवागमन बाधित कर दिया था.
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