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कैमरा: शादाब मोइज़ी
वीडियो एडिटर: राहुल सांपुई
ग्रामीण इलाकों में बाल विवाह पर रोक लगाने से लेकर शिक्षा, सड़कों पर महिलाओं की सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं को पाना. राजस्थान के युवा मतदाताओं के सपने और मांगें क्या-क्या हैं?
इन्हीं सवालों का जवाब जानने के लिए, क्विंट और फेसबुक ने मी, द चेंज लॉन्च किया है, एक ऐसा कैंपेन जो पूरे भारत में पहली बार वोट देने वाली महिला मतदाताओं के मुद्दों पर चर्चा कर रहा है.
इस कैंपेन के तहत, हमने राजस्थान के जोधपुर की कुछ यंग लेडी वोटर्स से बात की. उनमें से ज्यादातर लड़कियों ने बताया कि उन्हें अपने गांव से बाहर निकलना पड़ा क्योंकि वहां पढ़ाई की सुविधा नहीं थी. कई लड़कियां बाहर नहीं निकल पातीं और पढ़ाई से वंचित रह जाती हैं. उनमें से कुछ ने ये भी बताया कि उनके गांवों में अभी भी बाल विवाह का चलन है. पानी-बिजली की आपूर्ति जैसी बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी उनके लिए एक बड़ी परेशानी है.
उन्होंने ऐसे तमाम मुद्दे उठाए जिसके आधार पर वो अपना वोट डालना और इन मुद्दों पर काम करने वाली सरकार को चुनना पसंद करेंगी.
राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 7 दिसंबर 2018 को मतदान होना है.
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