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राजस्थान की गहलोत सरकार पिछले कुछ हफ्तों से संकट में है. सचिन पायलट समेंत 19 विधायकों की बगावत के चलते सरकार पर खतरा मंडरा रहा है. इस बीच जमकर सियासी घमासान भी जारी है, दोनों तरफ से आरोपों की झड़ी लग रह है. लेकिन इस पूरी पिक्चर में एक और बात ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा, वो थी लगातार हुई जांच एजेंसियों की छापेमारी. पिछले दो-तीन हफ्तों में गहलोत और राजस्थान सरकार से जुड़े कई लोगों के घरों में इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई पहुंच चुकी है. जितनी बार छापेमारी हुई है, उतनी बार कांग्रेस ने सीधे बीजेपी की केंद्र सरकार पर उंगली उठाई है. हम आपको बता रहे हैं कि अब तक गहलोत के भाई-बेटे समेत किन लोगों पर छापेमारी हुई है.
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के भाई को अपनी रडार पर लिया है. हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने जोधपुर में अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि में छापेमारी की.
प्रवर्तन निदेशालय ने जोधपुर में अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि में छापेमारी की. अग्रसेन गहलोत अनुपम कृषि नाम की कंपनी के मालिक हैं. अग्रसेन की कंपनी इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) की अधिकृत डीलर थी. लेकिन आरोप हैं कि 2007-09 के बीच उनकी कंपनी ने सस्ती दरों पर एमओपी को खरीदा और इसे किसानों को बांटने की बजाय अन्य कंपनियों को बेच दिया.
इस छापेमारी के बाद कांग्रेस ने सीधे पीएम मोदी पर हमला बोला था. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा था-
अब राजस्थान के सियासी घमासान के बीच सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को भी ईडी ने नोटिस जारी किया. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में वैभव गहलोत को नोटिस दिया. ये नोटिस वाली खबर 22 जुलाई को सामने आई.
वैभव गहलोत के साथ-साथ उनके करीबी दोस्त और पार्टनर रतनकांत शर्मा को भी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नोटिस जारी किया. वैभव गहलोत और रतनकांत शर्मा एक ही कंपनी में डायरेक्टर के पद पर हैं. इसके अलावा रतनकांत उस होटल के मालिक भी हैं, जिसमें कांग्रेस के सभी विधायक ठहरे हुए हैं.
राजस्थान में सरकार पर मंडराते खतरे के बादलों के बीच सीबीआई ने राजस्थान पुलिस के एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई के आत्महत्या मामले में पूर्व ओलंपियन और कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया से पूछताछ की. 20 जुलाई को ये पूछताछ हुई. सीबीआई ने विश्नोई की आत्महत्या के पीछे के कारणों की जांच करने के लिए अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया. विश्नोई 23 मई को अपने सरकारी आवास पर फांसी पर लटके पाए गए थे.
अशोक गहलोत के काफी करीबी माने जाने वाले धर्मेंद्र राठौड़ के कई ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 13 जुलाई को रेड की. राठौड़ के करीब 24 ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीमें पहुंची थीं. इन पर टैक्स की चोरी और विदेशों से ट्रांजेक्शन का आरोप था. जिसके शक में ये रेड हुई.
राठौड़ के अलावा राजस्थान कांग्रेस के उपाध्यक्ष और ज्वैलरी फर्म के मालिक राजीव अरोड़ा के कई ठिकानों पर भी इसी दिन इनकम टैक्स के अधिकारी छापा मारने पहुंचे थे. उन पर भी टैक्स की चोरी और संपत्ति छिपाए जाने आदि को लेकर ये छापेमारी की गई थी. जिसके बाद कांग्रेस ने सीधा बीजेपी पर इसका आरोप लगाया था.
बता दें कि इनकम टैक्स के छापे कांग्रेस के कई नेताओं पर पड़े थे. दिल्ली, मुंबई और राजस्थान में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीमें छापेमारी के लिए पहुंची थीं. इसके बाद कांग्रेस की तरफ से खुलकर कहा गया था कि बीजेपी ने एक बार फिर सरकार गिराने के लिए ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स का सहारा लेना शुरू कर दिया है. वहीं बीजेपी ने इन सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि कोरोना और लॉकडाउन के चलते ये छापेमारी रुकी थी, इसका राजस्थान के सियासी घमासान से कुछ लेना-देना नहीं है.
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Published: 30 Jul 2020,10:01 PM IST