advertisement
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने रविवार, 17 अक्टूबर को कहा कि सरकार सिंघु बॉर्डर (Singhu border murder) पर हुई लखबीर सिंह की बर्बर हत्या को कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन से नहीं जोड़ना चाहिए. इसके अलावा, टिकैत ने यह भी दावा किया कि यह सरकार की एक साजिश है, अब सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि स्थिति और न बिगड़े.
न्यूज एजेंसी ANI के रिपोर्ट के अनुसार राकेश टिकैत ने बातचीत में कहा कि निहंगों ने किसानों से कहा है कि हत्या एक धार्मिक मामला था.
राकेश टिकैत की यह टिप्पणी सिंघु बॉर्डर हत्याकांड मामले के तीन आरोपियों- नारायण सिंह, भगवंत सिंह और गोविंद प्रीत सिंह को दिन में सोनीपत के एक कोर्ट में पेश किए जाने के बाद आई. कोर्ट ने सुनवाई के बाद उन्हें छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
दूसरी तरफ एक अन्य आरोपी सरबजीत सिंह को सोनीपत पुलिस ने शुक्रवार,15 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था और उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था.
प्रदर्शन कर रहे किसान यूनियनों ने पहले ही इस हत्याकांड से खुद को दूर कर लिया है. विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई कर रहे किसान संघों की बॉडी- संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि निहंग और मृतक, दोनों का किसान संगठनों से कोई संबंध नहीं है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)