सिंघु बॉर्डर हत्याकांड (Singhu border murder) में शनिवार, 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किये गए तीन निहंग आरोपियों- नारायण सिंह, भगवंत सिंह और गोविंद प्रीत सिंह- को सोनीपत कोर्ट ने 6 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. तीनों आरोपियों ने जज के सामने कबूला कि उन्होंने ही लखबीर सिंह की हत्या की है. हालांकि उनके वकील ने इससे इनकार किया है.
गौरतलब है कि चौथे आरोपी- सरबजीत सिंह- को पहले ही 7 दिन की रिमांड पर भेजा जा चुका है.
कोर्ट में कबूलनामा
रविवार, 17 अक्टूबर को सोनीपत क्राइम ब्रांच व पुलिस तीनों आरोपियों को लेकर कोर्ट में पहुंची. गिरफ्तार निहंग सरदार नारायण सिंह, भगवंत सिंह व गोविंद प्रीत सिंह ने कोर्ट के सामने यह कबूल किया कि सिंघु बॉर्डर के पास हुए लखबीर सिंह हत्याकांड को उन्होंने ही अंजाम दिया था.
नारायण सिंह ने कहा कि उसने टांग काटी थी, गोविंद सिंह और भगवंत सिंह ने उसको बैरिकेडिंग पर टांगा था. ऐसा करने के पीछे कोर्ट में उन्होंने दलील दी कि "अगर हमारे धर्म की बेअदबी की जाएगी तो हम आगे भी ऐसा करेंगे. अगर ईसाई और मुस्लिम अपने धर्म ग्रंथों के लिए ऐसा कर सकते हैं, तो हम क्यों नहीं?"
इसके बाद सिविल जज (जूनियर डिविजन) किन्नी सिंगला की कोर्ट ने तीनों को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. कोर्ट ने यह आदेश दिया कि तीनों आरोपियों का हर दिन मेडिकल चेकअप होगा और डीडी एंट्री होगी.
वकील ने कबूलनामे की खबर से किया इनकार
हालांकि कोर्ट से बाहर आने के बाद बचाव पक्ष के वकील, संदीप शर्मा ने इस बात से इनकार किया की तीनों आरोपियों- नारायण सिंह, भगवंत सिंह और गोविंद प्रीत सिंह- ने कोर्ट में लखबीर सिंह की हत्या करने की बात कबूली है.
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