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कृषि कानूनों (Farm Laws) की वापसी के बाद किसान आंदोलन (Farmers Protests) खत्म के बाद, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि संगठन महापंचायत जारी रखेगा. टिकैत ने कहा कि समय-समय पर किसानों के मुद्दों पर चर्चा के लिए महापंचायत चलती रहेगी.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, टिकैत ने कहा, "हर साल, 10 दिन के लिए किसान आंदोलन मेला का आयोजन किया जाएगा. समय-समय पर किसानों के मुद्दों पर चर्चा के लिए महापंचायत आयोजित की जाएगी."
BKU नेता ने कहा कि प्रदर्शन स्थल से सभी किसान 15 दिसंबर तक चले जाएंगे. टिकैत ने बताया कि वो 12 दिसंबर को हरियाणा, चंडीगढ़ और अमृतसर के तीन दिन के कार्यक्रम के लिए निकलेंगे ताकि इन तीनों जगह प्रदर्शन को खत्म किया जा सके. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की अगली बैठक 15 जनवरी को होगी.
टिकैत ने किसान आंदोलन को उजागर करने में मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि लगातार रिपोर्टिंग से सरकार पर दबाव पड़ा.
किसान आंदोलन खत्म होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि टिकैत चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन उन्होंने इन संभावनाओं से इनकार कर दिया है. क्विंट हिंदी से खास बातचीत में टिकैत ने कहा कि वो आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 15 जनवरी 2022 को होने वाली बैठक में आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति पर फैसला होगा.
तीन कृषि कानूनों के वापस होने के बाद और एमएसपी (MSP) समेत सभी मुद्दों पर सरकार के साथ सहमति बनने के बाद किसानों ने 9 दिसंबर को आंदोलन स्थगित कर दिया. पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान 26 नवंबर 2020 से दिल्ली की सीमाओं पर तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
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