advertisement
उत्तर प्रदेश में अब सरकारी दस्तावेजों में संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर के नाम के साथ 'रामजी' जोड़ा जाएगा. राज्य की योगी सरकार ने डॉ. भीमराव आंबेडकर का नाम बदलकर डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर करने के लिए बुधवार को सभी विभागों को आदेश जारी कर दिया है.
खबरों के मुताबिक, योगी सरकार ने यह फैसला राज्यपाल राम नाईक के सुझाव पर लिया है. बता दें कि आंबेडकर महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते थे और महाराष्ट्र में अपने नाम के साथ पिता का नाम लगाने की परंपरा है. ऐसे में नाईक का कहना था कि बाबा साहेब के नाम के साथ भी उनके पिता का नाम जोड़ा जाना चाहिए.
राज्यपाल राम नाईक का कहना है कि बाबा साहब के नाम के साथ रामजी ना जोड़कर उनका अधूरा नाम लिया जाता रहा है. नाईक ने कहा कि बाबा साहेब का पूरा और सही नाम डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर है, इसलिए इसे बदलना चाहिए. इसी कड़ी में योगी सरकार ने बुधवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर का नाम बदलकर डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर करने के लिए सभी विभागों को आदेश जारी कर दिया.
बाबा साहब के पिता का नाम ‘रामजी’ था. महाराष्ट्र में पुरानी परंपरा के आधार पर पिता का नाम बेटे के नाम के साथ लगाया जाता था इसलिए ‘रामजी’ नाम जोड़ा जा रहा है.
बाबा साहब के नाम बदलने के लिए संविधान की आठवीं अनुसूची की मूल प्रति को आधार बनाया गया है, जहां डॉ. भीमराव आंबेडकर के डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर के रूप में हस्ताक्षर दर्ज हैं.
बता दें कि 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती भी है, ऐसे में सरकार के इस फैसले के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें-
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)