Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-201968 साल बाद एक बार फिर गणतंत्र दिवस पर इतिहास दोहराया जाएगा

68 साल बाद एक बार फिर गणतंत्र दिवस पर इतिहास दोहराया जाएगा

गणतंत्र दिवस: 10 राष्ट्राध्यक्षों को इस ऐतिहासिक दिन के लिए आमंत्रित किया गया है.

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
पहले गणतंत्र दिवस पर राजपथ से गुजरते खुली बग्घी में सवार प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद 
i
पहले गणतंत्र दिवस पर राजपथ से गुजरते खुली बग्घी में सवार प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद 
फोटो: twitter

advertisement

साल था 1950, दिन 26 जनवरी, आजाद भारत पहली बार अपना गणतंत्र दिवस मना रहा था. नया नवेला लोकतंत्र, नया-नया आजाद भारत उस दिन भी अपने मेहमानों के लिए बाहें पसारे खड़ा था. भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर दक्षिण पूर्व एशिया के दिग्गज नेता और इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो भारत के मुख्य अतिथि थे.

अब आप सोच रहे होंगे कि अचानक हम मेहमाननवाजी की और इतिहास की बात क्यों कर रहें हैं. तो बता दूं कि 68 साल बाद एक बार फिर इतिहास खुद को दोहराने जा रहा है. आजादी के 68 साल बाद भारत ने एक बार फिर गणतंत्र दिवस पर मुख्य अथिति के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को आमंत्रित किया है. इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो मुख्य अतिथि होंगे.

पहली बार 10 देशों से होंगे मुख्य अतिथि

ऐसे तो अक्सर किसी भी देश के एक या दो राष्ट्राध्यक्षों को ही गणतंत्र दिवस के मौके पर आमंत्रित किया जाता है, लेकिन ये पहला मौका है जब एक या दो नहीं बल्कि 10 राष्ट्राध्यक्षों को इस ऐतिहासिक दिन के लिए आमंत्रित किया गया है.

जिन 10 देशों को इस मौके पर न्यौता दिया गया है उनमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम शामिल हैं.
14वें आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी के साथ बाकी 9 देशों के राष्ट्राध्यक्ष.फोटो: @narendramodi

पीएम मोदी की एक्ट ईस्ट पॉलिसी

इस आमंत्रण को पीएम मोदी के एक्ट ईस्ट पॉलिसी से भी जोड़कर देखा जा रहा है. अभी हाल ही में राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी) के एक कैंप में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के नेताओं की मौजूदगी से नरेंद्र मोदी सरकार की 'एक्ट ईस्ट' नीति परिलक्षित होगी. उन्होंने कहा, "यह प्रधानमंत्री की इच्छा है कि 'लुक ईस्ट' नीति अब 'एक्ट ईस्ट' नीति होना चाहिए."

ये लोग होंगे शामिल

इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में

म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो, सिंगापुर के पीएम ली सीन लूंग, मलेशिया के पीएम नजीब रजक, थाईलैंड के पीएम प्रयुत चान ओ चा, वियतनाम के पीएम गुयेन जुआन फक, फिलीपींस के रॉड्रिगो डूटर्ट, कंबोडिया के पीएम हुन सेन, लाओस के पीएम थोनगलोउन सिसोउलिथ और ब्रुनई के सुल्तान हसनल बोल्किया हिस्सा लेंगे.
म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की भी होंगी शामिल.(फोटो: AP)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पीएम मोदी मिले आसियान देशों के नेता से

25 जनवरी को भारत-आसियान संबंधों के 25 साल पूरे होने के मौके पर सभी 10 आसियान देशों के नेता भारत आए हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को थाइलैंड, सिंगापुर और ब्रुनेई के नेताओं के साथ भी द्विपीक्षीय बातचीत के लिए मुलाकात की. इसके बाद शुक्रवार को इंडोनेशिया, लाओस और मलेशिया के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.

ये भी पढ़ें-

गणतंत्र दिवस पर ‘भारत’ को लिखिए चिट्ठी, बताइए अपने मन की बात

[गणतंत्र दिवस से पहले आपके दिमाग में देश को लेकर कई बातें चल रही होंगी. आपके सामने है एक बढ़ि‍या मौका. चुप मत बैठिए, मोबाइल उठाइए और भारत के नाम लिख डालिए एक लेटर. आप अपनी आवाज भी रिकॉर्ड कर सकते हैं. अपनी चिट्ठी lettertoindia@thequint.com पर भेजें. आपकी बात देश तक जरूर पहुंचेगी ]

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 24 Jan 2018,03:12 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT