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गणतंत्र दिवस पर ‘भारत’ को लिखिए चिट्ठी, बताइए अपने मन की बात

चुप मत रहिए, क्‍योंकि भारत सुन रहा है

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इन दिनों हम भारतीयों के पास बोलने के लिए बहुत कुछ है. लेकिन अगर हमें मौका मिले, तो अपने देश से क्या बोलना चाहेंगे? क्या हो, अगर भारत एक व्यक्ति हो? आप उससे क्या कहना चाहेंगे? क्विंट में हम इसी बात का पता लगाना चाहते हैं.

गणतंत्र दिवस बस कुछ ही दिन दूर है. अपने सफल अभियान लेटर टू इंडिया को क्विंट एक बार फिर आपके सामने ला रहा है. हम चाहते हैं कि इस मंच के जरिये आप भारत के साथ, भारत के बारे में अपने विचार साझा करें.

बताइए कि आप देश के बारे में कैसा महसूस करते हैं. अगर आप भारत के प्रति भावनात्मक, गुस्सा, खुशी, अतीत की याद में उदासीन या मजाकिया वाले भाव महसूस कर रहे हैं, तो इसे व्यक्त करने के लिए यह सबसे सही जगह है. हमें पूरा यकीन है कि आपके विचारों को जानकर भारत को बुरा नहीं लगेगा.

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इतना ही नहीं, आपको अपनी पसंद की भाषा में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का मौका है. क्योंकि अब, पहले से कहीं ज्यादा, हमें भारत से बात करने की जरूरत है. तो चुप मत रहिए, क्‍योंकि भारत सुन रहा है.

प्रोड्यूसर: वत्सला सिंह, अभिषेक रंजन और विनू जोसेफ

कैमरामैन: अभय सिंह, संजॉय घोष और शिव कुमार मौर्य

एडिटर: पुनीत भाटिया

[ गणतंत्र दिवस से पहले आपके दिमाग में देश को लेकर कई बातें चल रही होंगी. आपके सामने है एक बढ़ि‍या मौका. चुप मत बैठिए, मोबाइल उठाइए और भारत के नाम लिख डालिए एक लेटर. आप अपनी आवाज भी रिकॉर्ड कर सकते हैं. अपनी चिट्ठी lettertoindia@thequint.com पर भेजें. आपकी बात देश तक जरूर पहुंचेगी ]

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

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