Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019असामाजिक तत्वों ने आंदोलन में घुसपैठ की: संयुक्त किसान मोर्चा

असामाजिक तत्वों ने आंदोलन में घुसपैठ की: संयुक्त किसान मोर्चा

किसान संयुक्त मोर्चा ने हिंसा से किया किनारा 

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
असामाजिक तत्वों ने आंदोलन में घुसपैठ की: संयुक्त किसान मोर्चा
i
असामाजिक तत्वों ने आंदोलन में घुसपैठ की: संयुक्त किसान मोर्चा
(फोटो: PTI)

advertisement

तीन कृषि कानून के विरोध में आंदोलन की राह पकड़े किसान संगठनों का समूह संयुक्त किसान मोर्चा ने बेकाबू हुई ट्रैक्टर रैली में हिंसक वारदात से किनारा कर लिया है. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि जिन किसान संगठनों के लोग हिंसा पर उतर आए हैं और लाल किला परिसर में दाखिल हुए हैं, उनसे उनका कोई लेना-देना नहीं है.

ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मौला ने आईएएनएस से कहा कि कुछ संगठनों ने ट्रैक्टर रैली में घुसकर किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि जो आंदोलन दो महीने से अनुशासित रहा है, उसे बदनाम करने की जिस किसी ने साजिश रची है वे अराजक व असामाजिक तत्व हैं.

हमारे सभी प्रयासों के बावजूद कुछ संगठनों और व्यक्तियों द्वारा रूट का उल्लंघन करने का निंदनीय कृत्य किया गया. असामाजिक तत्वों ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की. हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और किसी भी उल्लंघन से आंदोलन को नुकसान होगा.
संयुक्त किसान मोर्चा
किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं. हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा करते हैं, जो आज घटित हुई हैं. ऐसे कृत्यों में लिप्त होने वाले लोग हमारे सहयोगी नहीं हैं:  
संयुक्त किसान मोर्चा

उत्पात मचाने वालों से उनका कोई संबंध नहीं: किसान नेता

ऑल इंडिया किसान सभा के पंजाब में जनरल सेक्रेटरी मेजर सिंह पुनावाल टैक्टर रैली में शामिल थे. उन्होंने बताया कि लाल किला पहुंचने का उनका कोई इरादा नहीं है और वे उधर जाना नहीं चाहते हैं, जो लोग लाल किला पहुंचे हैं वे संयुक्त किसान मोर्चा के लोग नहीं हैं. मेजर सिंह ने बताया कि विभिन्न रूटों पर ट्रैक्टर रैली में चल रहे किसान रास्ता भटक जाने के कारण भीतरी रिंग रोड पर आ गए, लेकिन उनको जो रूट दिया गया है, वे उन्हीं रूटों पर मार्च निकालना चाहते हैं.

पंजाब के ही किसान नेता और किसान बचाओ मोर्चा के अध्यक्ष कृपा सिंह ने भी बताया कि, संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान गणतंत्र परेड में शामिल किसान संगठन दिल्ली पुलिस द्वारा निर्धातिर रूटों पर ही मार्च निकालना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उत्पात मचाने वालों से उनका कोई संबंध नहीं है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
गणतंत्र दिवस पर आयोजित किसानों की ट्रैक्टर रैली निर्धारित रूटों की सीमा तोड़ कर भीतरी रिंग रोड होते हुए आईटीओ के पास पहुंच गई, जहां प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.

दिल्ली की सीमाओं पर बीते दो महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसानों को गणतंत्र किसान परेड निकालने के लिए जो रूट और समय तय किए गए थे, उसकी अवहेलना करते हुए किसान समय से पहले टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर लगे बैरीकेड को तोड़ते हुए राष्ट्रीय राजधानी की सीमा में प्रवेश कर गए.

आईटीआई के पास पहुंचे किसानों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागे गए.

सिंघु बॉर्डर से जो ट्ररैक्टर रैली में किसानों की जो टुकड़ी चली थी वह भीतरी रिंगरोड की तरफ बढ़ गई और गाजीपुर बॉर्डर वाली टुकड़ी आईटीओ की तरफ बढ़ गई.

(इनपुट: IANS )

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 26 Jan 2021,04:02 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT