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SAARC के बहाने विदेश मंत्री जयशंकर का पाकिस्तान पर निशाना

पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के बजाय बिम्सटेक देशों को क्यों महत्व दिया

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भारत
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पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के बजाय बिम्सटेक देशों को क्यों महत्व दिया
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पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के बजाय बिम्सटेक देशों को क्यों महत्व दिया
(फोटो: PTI)

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भारत के नए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सार्क देशों के बहाने पाकिस्तान पर निशाना साधा है. एस जयशंकर ने सार्क और बिम्सटेक देशों के ग्रुप की तुलना करते हुए कहा, जहां सार्क देशों में कुछ समस्या है, वहीं बिम्सटेक में एक संभावना नजर आती है.

नए विदेश मंत्री ने ये बात कहकर सीधे पाकिस्तान पर कटाक्ष किया है.

पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के बजाय बिम्सटेक देशों को महत्व दिए जाने के सवाल पर जयशंकर ने कहा, ''ये पाकिस्तान के लिए सीधा संदेश है, जो सार्क का तो हिस्सा है लेकिन बिम्सटेक का नहीं.''

दरअसल, 30 मई को मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक ग्रुप के सात देशों को आमंत्रित किया गया था. इस ग्रुप में पाकिस्तान शामिल नहीं है. जबकि साल 2014 के शपथ ग्रहण समारोह में सार्क ग्रुप के देशों को बुलाया गया था. तब सार्क देशों का हिस्सा होने के नाते पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी भारत आए थे.

SAARC देशों के साथ क्या प्रॉब्लम है?

एस जयशंकर ने कहा, "सार्क देशों के साथ कुछ समस्याएं है. मुझे लगता है कि हम सबको मालूम है कि समस्या क्या है. अगर आतंकवाद का मुद्दा हटा भी दें, तो भी कनेक्टिविटी और व्यापार का मुद्दा बीच में आ जाता है. अगर आप सोचते हैं कि बिम्सटेक देशों को ही शपथ ग्रहण समारोह को क्यों बुलाया गया, तो आपको बता दें, इन देशों में एक एनर्जी और पॉसिबिलिटी दिखाई देती है."

विदेश मंत्री ने साथ ही ये भी कहा कि शपथ ग्रहण समारोह से पाकिस्तान को दूर रखने के लिए सार्क देशों को नहीं बुलाया गया. बिम्सटेक देशों को बुलाया जाना बताता है कि भारत का पूरा ध्यान सबसे पहले अपने पड़ोसी देशों पर है.

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