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बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट को ट्विटर ने 'मैनिपुलेटेड ट्वीट' बताया था. अब न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने ट्विटर से ये टैग हटाने के लिए कहा है. इस ट्वीट में जो डॉक्यूमेंट शेयर किया गया था उसी के आधार पर सत्ताधारी पार्टी के मंत्रियों, नेताओं ने कांग्रेस पार्टी पर पीएम मोदी के खिलाफ षड्यंत्र रचने के बड़े-बड़े आरोप लगाए.
मंत्रालय की तरफ से ऐसा कहा गया है कि इससे 'ट्विटर की साख प्रभावित होती है. इससे ट्विटर के एक स्वतंत्र माध्यम होने पर सवालिया निशान खड़ा होता है'
मंत्रालय ने ट्विटर से अपनी निष्पक्षता और समानता के मद्देनजर ये टैग हटाने के लिए कहा है.
ट्विटर 21 मई को ने बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के एक ट्वीट को ‘मैनिपुलेटेड’ बताया था, यानी संबित पात्रा का ट्वीट तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है. दरअसल, संबित पात्रा ने कांग्रेस पर पीएम मोदी की छवि खराब करने के लिए एक कथित टूलकिट बनाने का आरोप लगाया था. संबित पात्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक फोटो शेयर की थी, साथ ही कांग्रेस का एजेंडा बताया था. अब इसी ट्वीट को ट्विटर ने गलत करार दिया है.
18 मई को बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी पर एक लेटर शेयर कर आरोप लगाया, जिसमें बीजेपी ने कहा कि कोरोना महामारी के बहाने संगठित तौर पर पीएम मोदी की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए कैंपेन चलाया जा रहा है. कई बीजेपी नेताओं ने ट्विटर पर एक लेटर शेयर कर कहा कि कांग्रेस का एजेंडा भारत के प्रति नफरत से प्रेरित है.
संबित पात्रा ने भी अपने ट्वीट में दावा किया कि कांग्रेस एक PR एक्सरसाइज कर रही है, जिसके जरिए कुछ बुद्धिजीवियों और पत्रकारों की मदद से सरकार के खिलाफ माहौल बनवाया जा रहा है.
ट्विटर की सिंथेटिक और मैनिपुलेटेड मीडिया पॉलिसी के मुताबिक, ट्विटर ने अपने प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए कंटेंट को अगर भ्रामक या तोड़-मरोड़कर पेश किया गया पाता है तो उसे रेड-फ्लैग कर देता है और उस पोस्ट के नीचे ‘Manipulated Media’ लिखा होता है.
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