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वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश और कन्नड़ लेखक एमएम कलबुर्गी की हत्या के मामले में एक खुलासा हुआ है. एक फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक दोनों की हत्या एक ही पिस्तौल से की गई थी. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने बेंगुलरू कोर्ट में एक फोरेंसिक रिपोर्ट दी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि गौरी और लंकेश को मारने के लिए 7.65 एमएम की देसी बंदूक का इस्तेमाल किया गया.
कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने 30 मई को अपनी पहली चार्जशीट के साथ ये फॉरेंसिक रिपोर्ट सौंपी थी. मामले की जांच करने के लिए इस टीम का गठन करीब 8 महीने पहले किया गया था.
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में ये भी बताया है कि 14 सितंबर 2017 को छापी गई उसकी रिपोर्ट में ये बताया गया था कि कलबुर्गी और गौरी लंकेश दोनों की हत्या के दौरान वहां मिली गोलियां और खोखे एक जैसे थे. पुलिस जांच के आधार पर ये भी मान रही है कि दोनों को मारने वाले एक हो सकते हैं.
एसआईटी की 30 मई की चार्जशीट के मुताबिक, गौरी लंकेश की हत्या हिंदू धर्म विरोधी बयानों के चलते की गई. गौरी की हत्या के आरोप में एसआईटी ने हिंदू संगठनों से जुड़े 5 लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें मुख्य आरोपी नवीन कुमार को कर्नाटक के मद्दुर से पकड़ा गया था. इसके अलावा पिछले हफ्ते 4 और लोगों की गिरफ्तार हुई.
ये सारी गिरफ्तारी गौरी लंकेश की हत्या के मामले में हुई हैं. कलबुर्गी की हत्या में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
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