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केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों में लगभग सात लाख पद खाली हैं. राज्य सभा में दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले साल 1 मार्च तक इतने पद खाली थे.कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा को गुरुवार को एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि पिछले साल एक मार्च तक केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों में करीब सात लाख पद खाली थे.
सिंह के मुताबिक केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों में कुल खाली पदों की संख्या 6,83,823 है. इसमें से ग्रुप सी के 5,74,289 पद खाली हैं जबकि ग्रुप बी में रिक्त पदों की संख्या 89,638 है. वहीं ग्रुप ए के 19,896 पद खाली हैं.
कार्मिक राज्य मंत्री ने बताया कि 2017-18 के दौरान रेल मंत्रालय और रेलवे भर्ती बोर्ड ने नई और दो साल में खाली होने वाले पदों के लिए विभिन्न ग्रुप सी और लेवल-1 के 1,27,573 के खाली पदों के लिए अधिसूचना जारी की थी. विभिन्न ग्रुप सी और लेवल-1 पदों के लिए 1,56,138 खाली पदों के लिए पांच केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचना साल 2018-19 में जारी की गई. पदों से जुड़े विभागों ने भी विभिन्न ग्रेड की 19,522 खाली पदों को भरने लिए परीक्षाओं का आयोजन किया. कुछ पदों पर एसएससी के जरिये भर्ती की गई.
सिंह ने बताया कि एसएससी, आरआरबीएस के जरिये 4,08,591 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में मंत्री ने बताया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कई पद रिक्त हैं.उन्होंने बताया कि कार्मिक मंत्रालय दस मंत्रालयों और विभागों में खाली पड़े अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित पदों पर भर्ती की प्रक्रिया की निगरानी कर रहा है.
इन दस मंत्रालयों और विभागों ने बताया है कि 31 दिसंबर 2017 तक अनुसूचित जाति के 13,968 खाली पदों में से 6,186 को, अनुसूचित जनजाति की 11,040 खाली पदों में से 4,137 को और अन्य पिछड़ा वर्ग की 20,044 पदों में से 9,185 को भरा जा चुका है. एक जनवरी 2018 की स्थिति के अनुसार, अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व्ड 7,782 पद , अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 6,903 पद और अन्य पिछड़ा वर्ग के 10,859 पद खाली थे.
जितेंद्र सिंह ने बताया कि ऊपर के छह के अलावा तीन अन्य मंत्रालयों और विभागों ने बताया है कि कि 31 दिसंबर 2018 की स्थिति के अनुसार अनुसूचित जाति के 9,624 खाली पदों में से 7,911 पदों को, अनुसूचित जनजाति के 8,659 रिक्त पदों में से 6,129 पदों को तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के 7,293 रिक्त पदों में से 5,520 को भरा जा चुका है. उन्होंने बताया कि एक जनवरी 2019 की स्थिति के अनुसार, अनुसूचित जाति के 1,713 पद, अनुसूचित जनजाति के 2,530 पद और अन्य पिछड़ा वर्ग के 1,773 पद खाली थे.
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