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किसानों को शाहीन बाग की दादी का समर्थन, पुलिस ने हिरासत में लिया

टाइम मैगजीन की सबसे प्रभावशाली 100 लोगों की लिस्ट में शामिल हैं बिल्किस दादी

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टाइम मैगजीन की सबसे प्रभावशाली 100 लोगों की लिस्ट में शामिल हैं बिल्किस दादी
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टाइम मैगजीन की सबसे प्रभावशाली 100 लोगों की लिस्ट में शामिल हैं बिल्किस दादी
(फोटो: Altered By Quint)

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शाहीन बाग में केंद्र सरकार के नागरिकता कानून के खिलाफ खुलकर आवाज उठाने वालीं बिल्किस दादी अब किसानों को समर्थन करने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पहुंची हैं. लेकिन यहां पहुंचते ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. हजारों किसान पिछले करीब एक हफ्ते से केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसमें हिस्सा लेने के लिए बिल्किस दादी सिंघु बॉर्डर पहुंची थी.

किसानों को समर्थन देने को लेकर बिल्किस दादी ने कहा कि, जब हम प्रदर्शन करने बैठे थे तो किसान भाइयों ने हमारी मदद की. अब हम उन्हें समर्थन करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो भी किसान की बेटी और बहू हैं.

बिल्किस दादी ने शाहीन बाग में CAA के खिलाफ हुए करीब तीन महीने तक चले प्रदर्शन में हिस्सा लिया था.

82 साल की दादी को प्रदर्शन में जोरशोर से हिस्सा लेते और सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए पूरी दुनिया ने देखा. उनका नाम बिलकिस बानो है, शाहीन बाग में लोग उन्हें दादी कहकर बुलाने लगे तो वो बिलकिस दादी के नाम से मशहूर हो गईं.

टाइम मैगजीन में बिल्किस दादी

बिल्किस दादी तब और भी ज्यादा मशहूर हो गईं, जब फेमस टाइम मैगजीन ने उन्हें साल 2020 के सबसे प्रभावशाली 100 लोगों की लिस्ट में शामिल किया. इसके बाद बिल्किस दादी की पहचान ग्लोबल हो गई. टाइम के बाद बीबीसी की 100 वुमेन ऑफ द ईयर लिस्ट में भी बिल्किस दादी को जगह दी गई.

अब किसानों को अपना समर्थन देने पहुंची बिल्किस दादी को पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया और उन्हें प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेने दिया. हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं और मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार किसान विरोधी कानूनों को वापस ले. इसके लिए केंद्र और किसान नेताओं के बीच बातचीत का दौर भी जारी है.

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Published: 01 Dec 2020,04:40 PM IST

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