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श्री नैना देवी मंदिर को 'सोने' से तराशा गया,दूर से चमकता है सुनहरा गुंबद| Photos

Shree Naina Devi Mandir में सोने के काम के लिए के लिए एक कारोबारी ने 16 करोड़ रुपये का गुप्त दान किया है

क्विंट हिंदी
भारत
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<div class="paragraphs"><p>श्री नैना देवी मंदिर को 'सोने' से तराशा गया,दूर से चमकता है सुनहरा गुंबद| Photos</p></div>
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श्री नैना देवी मंदिर को 'सोने' से तराशा गया,दूर से चमकता है सुनहरा गुंबद| Photos

(फोटो-क्विंट हिंदी)

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हिमाचल प्रदेश के श्री नैना देवी मंदिर (Shree Naina Devi Temple) के गर्भ गृह से लेकर गुंबद तक को सोने से सजाया गया है. इसके लिए एक कारोबारी ने 16 करोड़ रुपये का गुप्त दान किया है. इसमें लगभग 5 किलो 500 ग्राम सोना और 596 तांबा किलोग्राम लगाया गया है, तांबे के ऊपर सोने की परत चढ़ाई गई है. इस सोने की गुबंद को बनाने के लिए 50 कारीगर नवरात्र के दौरान दिन-रात इस कार्य में लगे थे और अब धीरे-धीरे मंदिर स्वर्ण का नजर आने लगा है.

हिमाचल प्रदेश के एक श्री नैना देवी मंदिर के गर्भ गृह से लेकर गुंबद तक को सोने से सजाया गया है, जिसके लिए एक कारोबारी ने 16 करोड़ रुपये का गुप्त दान किया है.

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हिमाचल प्रदेश का श्री नैना देवी मंदिर पहला शक्तिपीठ है जोकि गर्भगृह से लेकर ऊपर गुंबद और अब बाहर से भी सोने का हो गया है.

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मंदिर की इस स्वर्ण सजावट के ऊपर लगभग 16 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं.

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इसमें लगभग 5 किलो 500 ग्राम सोना और 596 तांबा किलोग्राम लगाया गया है. तांबे के ऊपर सोने की परत चढ़ाई गई है.

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दिल्ली की समाजसेवी संस्था द्वारा यह कार्य किया गया है. इसे बनाने में गुजरात और राजस्थान के लगभग 50 कारीगर नवरात्र के समय दिन-रात इस कार्य में लगे थे. अब धीरे-धीरे मंदिर स्वर्ण का नजर आने लगा है.

(फोटो-क्विंट हिंदी)

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दिल्ली के एक कारोबारी ने इसके लिए 16 करोड रुपये का गुप्त दान दिया. ये 16 करोड़ रुपये मंदिर की गुंबद को सोने का बनाने के लिए खर्च किए गए हैं.

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इससे पहले भी मंदिर की सजावट में सोने का काम पंजाब की समाजसेवी संस्थाओं द्वारा किया जाता रहा है.

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सबसे पहले मंदिर में सोने का गुंबद, श्री नयनादेवी लंगर कमेटी पंजाब की समाजसेवी संस्था द्वारा लगाया गया है.

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उसके बाद गर्भगृह के अंदर लगभग 3 किलो सोना, तांबे के ऊपर चढ़ाकर लुधियाना की समाजसेवी संस्था ने लगाया था

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मंदिर के गर्भगृह में लगा चांदी का बड़ा छत्र, रोपड़ की समाजसेवी संस्था द्वारा लगाया गया है, जिसका वजन 19 किलो 500 ग्राम है.

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