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देश में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है. राज्यसभा सांसद ने तेल की बढ़ती कीमतों को सरकार द्वारा जनता का शोषण बताया है. स्वामी ने ट्वीट में लिखा कि सरकार 30 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से पेट्रोल खरीदती है और बाकी 60 रुपये का टैक्स लगता है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. 6 दिसंबर को मुंबई में पेट्रोल की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर चली गई.
स्वामी ने ट्विटर पर लिखा, “90 रुपये प्रति लीटर पर पेट्रोल कीमत जनता का सरकार द्वारा शोषण है. पेट्रेल की कीमत 30 रुपये प्रति लीटर है, बाकी 60 रुपये बस हर तरह का टैक्स है. मेरे हिसाब से, पेट्रोल ज्यादा से ज्यादा 40 रुपये प्रति लीटर कीमत पर बिकना चाहिए.”
मुंबई में पिछले करीब 10 दिनों की कीमतों पर नजर डालें तो पता चलता है कि पेट्रोल की कीमतें रोजाना औसतन 0.17 ₹/लीटर बढ़ रही है. पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों आम आदमी की जेब के लिए काफी खर्चीली साबित हो रही हैं.
(कीमतें गुड रिटर्न्स वेबसाइट के मुताबिक)
दिल्ली से लेकर दक्षिण राज्यों तक में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उछाल ने लोगों को निराश कर दिया है. दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब ₹83.71/लीटर है, वहीं चेन्नई में और बैंगलुरू में भी पेट्रोल ₹86.51/लीटर बिक रहा है. डीजल की कीमतों में भी उछाल देखने को मिल रहा है.
सुब्रमण्यम स्वामी के पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि को लेकर किए गए ट्वीट को 83 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं, वहीं करीब 20 हजार लोगों ने इसे रीट्वीट किया है.
स्वामी के ट्वीट के बाद यूजर्स ने ट्विटर पर #PetrolPrice हैशटैग ट्रेंड किया और कीमतों को लेकर सरकार पर निशाना साधा. लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के 2012 में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर किए गए ट्वीट्स भी खोज निकाले, और उन्हें शेयर कर सरकार से सवाल किया.
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