advertisement
देश की सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच लगभग 10 दिनों की लड़ाई के बाद युद्धग्रस्त सूडान (Sudan) में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. ऐसे में भारतीयों को वहां से निकालने के लिए भारतीय वायुसेना के दो सी-130जे विमान इस समय जेद्दा में स्टैंडबाय पर तैनात हैं और आईएनएस सुमेधा भी पोर्ट सूडान पहुंच चुकी है.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, तैयारी के हिस्से के रूप में और तेजी से आगे बढ़ने के लिए सरकार कई विकल्पों का अनुसरण कर रही है.
इसमें कहा गया है कि आकस्मिक योजनाएं मौजूद हैं, लेकिन जमीन पर कोई भी गतिविधि सुरक्षा स्थिति पर निर्भर करेगी, जो खार्तूम में विभिन्न स्थानों पर भयंकर लड़ाई की खबरों के बीच अस्थिर बनी हुई है.
सूडानी हवाई क्षेत्र इस समय सभी विदेशी विमानों के लिए बंद है. इसने आगे कहा, "ओवरलैंड आंदोलन में जोखिम और तार्किक चुनौतियां भी हैं."
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि भारतीय दूतावास सूडान में फंसे भारतीयों के साथ नियमित संपर्क में है और उन्हें सुरक्षित आवाजाही की व्यवहार्यता और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दे रहा है.
एक सूत्र ने कहा, यह खार्तूम शहर से संभावित निकास सहित हर संभव सहायता का भी समन्वय कर रहा है, जब सुरक्षा स्थिति सुरक्षित आवाजाही की अनुमति देती है।
सूत्रों ने कहा कि सूडानी अधिकारियों के अलावा, सूडान में मंत्रालय और भारतीय दूतावास भी संयुक्त राष्ट्र, सऊदी अरब, यूएई, मिस्र और अमेरिका के नियमित संपर्क में हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)