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तमिल नाडु (Tamil Nadu) में बीते कई दिनों से लगातार बारिश (Rains) जारी है, इसलिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुवल्लूर, कल्लाकुरिची, सेलम, वेल्लोर, तिरुपत्तूर, रानीपेट और तिरुवन्नामलाई के लिए गुरुवार, 11 नवंबर को आंधी तूफान के साथ बारिश की आशंका के लिए रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया. कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश का अनुमान है.
चेन्नई हवाई अड्डे ने खराब मौसम के कारण गुरुवार दोपहर 1:15 बजे से शाम 6 बजे तक उड़ान आगमन को निलंबित कर दिया. हालांकि, एयरपोर्ट की तरफ से कहा गया कि प्रस्थान हमेशा की तरह जारी रहेगा.
चेन्नई में लगातार हो रही बारिश के कारण जो बाढ़ जैसे हालत बने उसमें अब तक 16 लोगों के जान गवां देने की खबर है. कुंभकोणम में 10 नवंबर बुधवार को भारी बारिश के बाद दीवार गिरने से चार साल की बच्ची की कथित तौर पर मौत हो गई.
तमिलनाडु के आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने कहा-
आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने आगे बताया, "चेन्नई में जिन 426 क्षेत्रों में जलभराव है, उनमें से 53 क्षेत्रों से बड़े पंपों का उपयोग करके पानी निकाला गया है. लोगों को बचाने और प्रभावित इलाकों में पानी निकालने के लिए 48 नावों, 46 जेसीबी और 412 पंपों का इस्तेमाल किया जा रहा है. अब तक 157 मवेशियों की मौत हो चुकी है. 1072 झोपड़ियां आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं और 74 झोपड़ियां पूरी तरह से बर्बाद हो गईं हैं. 236 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं और एक घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है."
इस बीच तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने चेन्नई में अधिकारियों के साथ बैठक की और एक जगह पर भोजन तैयार करने की जांच की जहां से लोगों को पका हुआ भोजन वितरित किया जा रहा है.
चेन्नई हवाईअड्डे ने भारी बारिश और भारी हवाओं के कारण दोपहर 1:15 बजे से शाम 6 बजे तक उड़ान आगमन को निलंबित कर दिया, इसकी सूचना आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दी गई. हालांकि हवाई अड्डे से प्रस्थान करने वाली उड़ानों को प्रभावित नहीं किया गया है.
इससे पहले, चेन्नई शहर की यातायात पुलिस ने उन सबवे की एक सूची जारी की थी जिन्हें गंभीर जलभराव और बाद में किए जाने वाले डायवर्जन के कारण बंद करना पड़ा था.
वेल्लोर, विल्लुपुरम, रानीपेट और कन्याकुमारी जिलों के स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की गई थी. गुरुवार 11 नवंबर को तिरुवन्नामलाई और तिरुपत्तूर में भी स्कूल बंद रहेंगे.
इन सभी चुनौतियों के बीच तमिलनाडु सरकार राहत और बचाव कार्य जारी रखा है. पूरे प्रदेश में आपदा प्रबन्धन की टीमें सक्रिय हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बातचीत कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.
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