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आरजेडी चीफ लालू यादव के बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप ने अपना सरकारी बंगला छोड़ने के लिए अजीबो गरीब तर्क दिया है. उन्होंने बिहार के सीएम नितीश कुमार पर इल्जाम लगाते हुए कहा है कि नितीश कुमार ने उनके बंगले में भूत छोड़ दिया है और भूत उन्हें परेशान कर रहे हैं.
तेज प्रताप को 3 देशरत्न मार्ग पर स्थित सरकारी बंगला तब आवंटित किया गया था, जब वह महागठबंधन की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने थे. तेज प्रताप ने पत्रकारों से कहा,
बता दें कि साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के महागठबंधन ने चुनाव जीत कर सरकार बनाई थी. जिसमें तेज प्रताप स्वास्थ्य मंत्री बने थे. लेकिन 20 महीने में ही महागठबंधन टूट गया और सरकार गिर गई. नितीश कुमार ने बीजेपी के साथ दोबारा सरकार बना लिया.
महागठबंधन सरकार के गिरने के बाद अधिकारियों ने तेज प्रताप से बंगला खाली करने को कहा था, ताकि उसे किसी दूसरे मंत्री को आवंटित किया जा सके. इसके बावजूद उन्होंने अब तक बंगला खाली नहीं किया था. तेज प्रताप को दो बार बंगला खाली करने के लिए नोटिस दिया गया था.
ये पहला मौका नहीं है जब तेजप्रताप को लेकर इस तरह की खबर मीडिया में आई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब केंद्रीय जांच एजेंसियां लालू यादव के परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही थीं तब तेज प्रताप ने पंडितों की सलाह पर इसी आधिकारिक आवास का दक्षिण दिशा की तरफ खुलनेवाला दरवाजा भी बंद करवा दिया था.
आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि तेज प्रताप ने दूसरा नोटिस मिलने के बाद बंगला खाली करने का फैसला किया.
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