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राजस्थान (Rajasthan) के जैसलमेर ( Jaisalmer) में मंगलवार, 12 मार्च को तेजस फाइटर जेट क्रैश हो गया है. 23 साल में पहली बार तेजस के साथ ऐसा हादसा हुआ है. भारतीय एयर फोर्स ने घटना की पुष्टी करते हुए बताया कि पायलट क्रैश से पहले ही सुरक्षित बाहर कूद गया था और घटना ट्रेनिंग के दौरान हुई थी.
भारतीय एयर फोर्स ने ट्वीट कर बताया कि, भारतीय वायुसेना का एक तेजस विमान आज ऑपरेशनल ट्रेनिंग उड़ान के दौरान जैसलमेर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. पायलट सुरक्षित बाहर निकल गया था. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, यह हादसा जैसलमेर शहर में लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी के पास हुआ है. विमान सीधा मेघवाल छात्रवास में जा गिरा और फिर उसमें ब्लास्ट हो गया.
भारत में जनवरी 2001 को पहली बार स्वदेशी फाइटर जेट तेजस ने उड़ान भरी थी. इस समय देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे. 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी ने ही इसे ‘तेजस’ नाम दिया था. उस समय प्रधानमंत्री वाजपेयी ने कहा था कि ये संस्कृत शब्द है, जिसका मतलब ‘चमक’ है.
हालांकि तेजस के बनने की कहानी 1983 में ही शुरू हो गई थी, 17 साल बाद तेजस बनकर तैयार हुआ था. 2016 में आकर पहली दो तेजस जेट को भारतीय एयर फोर्स के स्कार्डन में शामिल किया गया था. तेजस के कुछ पुर्जे भारत में ही बने थे.
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