राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (KOTA) में शिवरात्रि उत्सव के दौरान बड़ा हादसा हो गया. शुक्रवार, 8 फरवरी को शिव बारात के दौरान एक महिला समेत 17 बच्चे बिजली की चपेट में आ गए. इनमें से एक की हालत गंभीर है. बाकी घायलों का एमबीएस अस्पताल कोटा (MBS Hospital Kota) में इलाज जारी है. घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. घायलों के हाल का जायजा लेने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Loksabah Speaker OM Birla) अस्पताल पहुंचे.
घायलों में 9 से 16 साल की उम्र के बच्चे हैं शामिल
मामले की जानकारी देते हुए कुन्हारी पुलिस स्टेशन के सर्कल इंस्पेक्टर ने बताया कि काली बस्ती इलाके में बच्चों का एक समूह जुलूस का हिस्सा था जो कलश लेकर एक मंदिर से दूसरे मंदिर की यात्रा कर रहा था. उसी दौरान हाईटेंशन तार के संपर्क में आते ही घटना घटी.
"कॉलोनी में एक समारोह का आयोजन किया गया था. बच्चे कलश के साथ लोहे के पाइप पर झण्डा टांगे हुए थे. यह पाइप हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया और एक महिला समेत कई बच्चे करंट से झुलस गए. इन सभी को अस्पताल ले जाया गया. उनमें से एक बच्चा लगभग 70% जल गया है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है"- सर्कल इंस्पेक्टर अरविंद भारद्वाज
अधिकारियों ने बताया कि घायलों को कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. भर्ती किए बच्चों की उम्र 9 से 16 साल के बीच है.
ओम बिरला ने इलाज को लेकर परिवारों को किया आश्वस्त
घटना की जानकारी मिलने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कलेक्टर रवींद्र गोस्वामी के साथ अस्पताल पहुंचे. राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर भी घायलों से मिलने पहुंचे.
घायल बच्चों के इलाज को लेकर बिरला ने अभिभावकों को आश्वासन दिया. उन्होंने बच्चों के इलाज के लिए हर संभव मदद देने की बात कही है. बिरला ने यह भी कहा कि जरूरत हुई तो बच्चों को इलाज के लिए बेहतर जगह ले जाया जाएगा.
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