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लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections) के लिए मतदान जारी है. क्विंट हिंदी की टीम बिहार में मौजूद है जहां राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और आरजेडी (RJD) नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने क्विंट से विस्तार से बातचीत की. उन्होंने पीएम मोदी (PM Modi) और उनके बयानों, विरोधियों, राम मंदिर से लेकर आरजेडी ने मुस्लिमों को कम टिकट देने, शहाबुद्दीन और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की वापसी पर विस्तार से बात की है.
आरजेडी के घोषणा पत्र में 1 करोड़ नौकरियों का वादा है, गरीब महिलाओं को 1 लाख रुपये देने का वादा, इस योजना को लागू कैसे करेंगे? इसके लिए पैसा कहां से आएगा?
तेजस्वी यादव: हम जो भी बात करते हैं उसकी साइंटिफिक रिसर्च करते हैं. 2020 में हमने जो वादे किए थे उन सभी को पूरा किया जिसमें मानदेय बढ़ाने की, रोजगार देने की, निवेश की बात की शामिल थी. पैसा सही से इस्तेमाल किया जा सकता है. राहुल गांधी से भी यही पूछा गया. इन्होंने (केंद्र सरकार) जो पूंजीपतियों का लोन माफ किया है, हम उस पैसों का इस्तेमाल करेंगे. बिहार का 2 लाख 70 हजार करोड़ का जो बजट है उसको सही जगह लगाए, प्लान बनाए तो कर सकते हैं.
आप और इंडिया गुट जाति सर्वेक्षण की बात कर रहा है लेकिन टिकट वितरण में आरजेडी ने 2 ही मुस्लिमों को टिकट दिया, क्या है सही है?
तेजस्वी यादव: हमारे 10 में से 4 नॉमिनेटेड MLC मुस्लिम हैं यानी 40 फीसदी, पिछली बार हमने 17 में से 5 टिकट मुस्मिलों को दिए. हमारी पार्टी में दूसरे नंबर का पद अब्दुल वारिस सिद्दीकी के पास है. ऐसा नहीं है, हम लोगों ने हमेशा से दी है. हम चाहते हैं सबको हिस्सा मिले लेकिन कभी-कभी राजनीतिक समीकरण अलग होते हैं. जो आरोप लगाते हैं लगाने दीजिए. कई बार हमें न चाहते हुए भी ऐसे निर्णय लेने पड़ते हैं.
क्या शहाबुद्दीन के परिवार को आपने नजरअंदाज किया?
तेजस्वी यादव: हमने किसी को इग्नोर नहीं किया, हम सभी को साथ लेकर चलते हैं. अब इस बात को छोड़िए, सारी बातें यहां नहीं हो सकती है. फिलहाल लक्ष्य बीजेपी के खिलाफ है, लोकतंत्र-संविधान को बचाने का लक्ष्य है. देश में भाईचारा बचाना है.
राम मंदिर का काउंटर क्या इंडिया गुट के पास है?
तेजस्वी यादव: सीता जी, मिथिला की हैं, उस प्रोजेक्ट के लिए हमने फंड दिया है. 76 करोड़ रुपये का, अब क्या इसको भुनाने जाए. और भी काम हो रहा है, हम क्या उसे भी भुनाने जाए. लेकिन मुद्दा ये नहीं, रोजगार, गरीबी, महंगाई ये सब मुद्दे होने चाहिए.
क्या नीतीश कुमार के लिए वापसी के दरवाजे खुले हैं?
तेजस्वी यादव: नीतीश कुमार हमारे चाचा हैं इसलिए सॉफ्ट रहेंगे, वे बुजुर्ग हैं, हम नौजवान हैं, क्या बोले उन्हें. यहां मोदी जी हमको शहजादा बोलते हैं हम उनको पीरजादा बोलते हैं. पीरजादा मतलब बुजुर्ग, सच कम झूठ ज्यादा - यही हैं मोदी जी.
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