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कोरोना वायरस महामारी के कारण करीब 3 महीने बंद रहने के बाद अब आंध्र प्रदेश का मशहूर तिरुपति मंदिर 11 जून को खोले जाने को तैयार है. ये मंदिर अब कुछ नए रूल और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (SOPs) के तहत काम करेगा, जिसे प्रबंधन कमेटी और श्रद्धालुओं को मानना ही होगा. ऐसे में आप भी अगर यहां जाने की तैयारी में हैं तो ये नियम, गाइडलाइन और जरूरी बातें जान लीजिए.
अनलॉक-1 के बीच किसे तिरुपति मंदिर में जाने की अनुमति दी जाएगी?
क्या मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तय है?
मंदिर में दर्शन के लिए समय क्या है?
क्या दूसरे राज्य में रहने वाले लोग मंदिर के दर्शन कर सकेंगे?
आंध्र प्रदेश सरकार ने इंटर-स्टेट ट्रैवल से पाबंदी नहीं हटाई है, इसलिए अगर आपके पास ई-पास नहीं हैं तो आप मंदिर नहीं आ सकेंगे.
ट्रैवल पास के जरिए आंध्र प्रदेश आने पर क्वॉरंटीन में रहना होगा?
ऐसे लोग जो हाई-रिस्क वाले राज्यों जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश या चेन्नई से आंध्र प्रदेश आ रहे हैं तो उन्हें 7 दिन इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन में रहना होगा और फिर 7 दिन होम क्वॉरंटीन में. बाकी राज्यों से आने वाले लोगों को 14 दिन होम क्वॉरंटीन में रहना होगा.
क्या तिरुपति मंदिर परिसर के दूसरे मंदिरों में जाने की इजाजत है?
नहीं, मंदिर परिसर के भीतर किसी दूसरे मंदिर में जाने की इजाजत अभी नहीं है.
मंदिर जाते समय कौन सी सामान्य सावधानियां बरतनी चाहिए?
तिरुपति मंदिर में प्रसाद अब भी मिलेगा?
केंद्र सरकार की गाइडलाइन में साफ है कि धार्मिक स्थलों पर प्रसाद नहीं दिए जाएंगे. ऐसे में अबतक मंदिर का प्रबंध देखने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की तरफ से कुछ-कुछ साफ नहीं दिख रहा है. हालांकि, मंदिर के भीतर काउंटर पर प्रसाद बेचे जाएंगे.
वैसे, अगर आप आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं तो प्रसाद के तौर पर मिलने वाले लड्डू ऑनलाइन खरीद सकते हैं या टीटीडी के केंद्रों पर से भी इसे खरीदा जा सकता है.
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