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दिल्ली पुलिस ने मंगलवार (3 अक्टूबर) को अभिषेक बनर्जी, महुआ मोइत्रा, डेरेक ओ'ब्रायन सहित तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कई अन्य नेताओं को हिरासत में लिया. ये नेता दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. हालांकि, बाद में इन नेताओं को छोड़ दिया गया.
हिरासत से छूटने के बाद अभिषेक बनर्जी ने कहा, "आप (बीजेपी) बंगाल के लोगों से उनका हक इसलिए छीन रहे हैं क्योंकि आप वहां चुनाव हार गए. बीजेपी हर बार वहां चुनाव में हारी है इसलिए उन्होंने लोगों के लिए पैसे देने बंद कर दिए. जिस तरह से दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने आज व्यवहार किया. सांसदों के बाल नोचे गए और उन्हें घसीटा गया."
TMC सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 'X' पर लिखा, "आज लोकतंत्र के लिए एक काला, भयावह दिन है, एक ऐसा दिन जब बीजेपी ने बंगाल के लोगों के प्रति अपने तिरस्कार, गरीबों के अधिकारों की उपेक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों के पूर्ण परित्याग का खुलासा किया."
ममता ने आगे लिखा, "दिल्ली पुलिस ने, बीजेपी की मजबूत भुजा के रूप में काम करते हुए, बेशर्मी से हमारे प्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार किया, जिन्हें जबरन हटा दिया गया और आम अपराधियों की तरह पुलिस वैन में ले जाया गया, यह सब इसलिए क्योंकि उन्होंने सत्ता के सामने सच बोलने का साहस किया. उनके अहंकार की कोई सीमा नहीं है और उनके अभिमान और अहंकार ने उन्हें अंधा कर दिया है. उन्होंने अब बंगाल की आवाज को दबाने के लिए सारी हदें पार कर दी हैं!"
AAP के राज्यसभा सासंद संजय सिंह ने कहा, "TMC सांसद महुआ मोइत्रा के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार. मोदी सरकार निकम्मी भी है और तानाशाह भी. देश की जनता ने बड़े-बड़े तानाशाहों को सत्ता से उखाड़ कर फेंक दिया ये हुकूमत भी जायेगी."
ANI से बात करते हुए इस मामले पर पश्चिम बंगाल बीजेपी सचिव प्रियंका टिबरेवाल ने कहा, "यह कुछ भी नहीं है, वे ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने (टीएमसी सरकार) लोगों का पैसा लूटा है, उन्होंने बहुत भ्रष्टाचार किया है. अब वे दिल्ली में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं और केंद्र सरकार तथा दिल्ली पुलिस इन्हें शांति से बर्दाश्त कर रही है क्योंकि हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं."
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