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दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ TMC के विरोध प्रदर्शन के दूसरे दिन मंगलवार, 3 अक्टूबर की शाम को हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. अभिषेक बनर्जी, महुआ मोइत्रा, डेरेक ओ'ब्रायन सहित तृणमूल कांग्रेस (TMC leaders detained) के कई अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
टीएमसी नेताओं ने पुलिस कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपलोड किया है. एक वीडियो में टीएमसी नेताओं को एक वैन में ले जाते हुए देखा जा सकता है. वहीं दूसरे में दिल्ली पुलिस के जवानों को टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को विरोध स्थल से जबरदस्ती हटाते हुए देखा जा सकता है.
दिल्ली में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि, ''आज शाम 6 बजे हमारा केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मिलने का कार्यक्रम था, हमने 90 मिनट तक इंतजार किया, जिसके बाद हमें बताया गया कि वह हमसे नहीं मिल पाएंगी.'' आज शाम 4 बजे सुवेंदु अधिकारी से मुलाकात हुई लेकिन हमें यहीं इंतजार कराया गया. अगर वह हमसे नहीं मिलना चाहती तो ठीक है, लेकिन हम यहां से कहीं नहीं जाएंगे, यहीं बैठे रहेंगे."
तृणमूल कांग्रेस के मुताबिक, उसके नेताओं को दिल्ली के उत्सव सदन, मुखर्जी नगर (किंग्सवे कैंप) ले जाया गया है.
इससे पहले, तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए उन प्रदर्शनकारियों को डराने-धमकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था, जो पश्चिम बंगाल को धन जारी करने के लिए दबाव बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में इकठ्ठा हुए थे.
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MNREGA) और पीएम आवास योजना के तहत राज्य का बकाया ₹15,000 करोड़ रोकने का आरोप लगाया है.
बीजेपी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है और टीएमसी पर पश्चिम बंगाल में घोटालों से ध्यान भटकाने के लिए दिल्ली में "नाटक" करने का आरोप लगाया है.
कृष्णानगर से लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि केंद्र पश्चिम बंगाल से कर तो वसूल रहा है, लेकिन राज्य का बकाया नहीं दे रहा है.
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