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उत्तर प्रदेश सरकार ने 36 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किये है. इन तबादलों में उन्नाव जिले की पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि देवी भी शामिल है. पुष्पांजलि अभी हाल ही में उन्नाव में बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के कथित बलात्कार कांड में पीड़िता के पिता की पुलिस अभिरक्षा में मौत के बाद चर्चा में आई थी. बाद में इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया था. पुष्पांजलि को पुलिस महानिदेशक कार्यालय लखनऊ में पुलिस अधीक्षक के रूप में संबद्ध कर दिया गया है.
पुलिस अधीक्षक मानवाधिकार हरीश कुमार को उन्नाव का नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया है. वहीं अलीगढ. के एसएसपी राजेश कुमार पांडेय को एसएसपी मेरठ बनाया गया है जबकि मेरठ की एसएसपी मंजिल सैनी बाल्य देखभाल के तहत अवकाश पर गयी है. पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अजय कुमार सैनी को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ के पद पर तैनात किया गया है.
डीजी होमगार्ड के स्टॉफ आफिसर राम लाल वर्मा को एसपी खीरी बनाया गया है. पुलिस अधीक्षक खीरी एस चनप्पा को इसी पद पर शाहजहांपुर भेजा गया है, जबकि शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक कृष्ण बहादुर सिंह को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर पद पर तैनात किया गया है. बुलंदशहर में तैनात मुनिराज जी को पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षण एवं सुरक्षा उत्तर प्रदेश के पद पर तैनात किया गया है.
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सही रास्ते पर लाने के लिये पब्लिक प्राइवेट प्रोजेक्ट (पीपीपी) के आधार पर सूबे में करीब एक हजार अस्पताल बनेंगे.
राज्य सरकार ने इसके लिये सलाहकार कंपनी को प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने को कहा है. स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि प्रदेश में एक हजार अस्पताल खोलने करने के लिये प्रमुख सलाहकार कंपनी ‘अर्नेस्ट एंड यंग' को डीपीआर तैयार करने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि हर स्वास्थ्य केंद्र करीब तीन एकड़ क्षेत्र में बनेगा. यह जमीन निजी कंपनी को लंबे समय के लिए लीज पर दी जाएगी.
इस स्वास्थ्य केंद्र में 100 बेड का अस्पताल बनेगा. इसमें एक ऑपरेशन थियेटर और डायग्नोस्टिक सेंटर भी होगा. सिंह ने बताया कि सरकार उन अस्पतालों की ओपीडी के खर्च की भरपाई करेगी. वहीं, नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम से भी मदद ली जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के जिला अस्पतालों में चिकित्सकों की भर्ती के लिये बेसिक मिनिमम मॉड्यूल (बीएमएम) तय करने के सिलसिले में वह मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रस्ताव रखेंगे.
माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 के परिणाम रविवार को घोषित कर दिए. हाईस्कूल में 75.16 और इंटर में 72.43 प्रतिशत स्टूडेंट पास हुए हैं. यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप टेन रैंक वाले छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित करेंगे. योगी ने बेहतर परिणाम लाने के लिए सभी प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है.
हाईस्कूल में इस बार इलाहाबाद के बृज बिहारी स्कूल की अंजलि वर्मा ने टॉप किया है. अंजलि को 96.33 फीसदी अंक मिले हैं. जबकि जहानाबाद फतेहपुर के रहने वाले यशस्वी दूसरे स्थान पर रहे हैं.
बता दें कि पिछले साल के मुकाबले में हाईस्कूल में 6.02 की कमी आई है जबकि इंटरमीडिएट में 10.19 प्रतिशत कम स्टूडेंट पास हुए हैं. 2017 में हाईस्कूल में 81.18 प्रतिशत स्टूडेंट पास हुए हैं जबकि इंटरमीडिएट में 82.62 प्रतिशत स्टूडेंट को सफलता मिली थी.
यूपी बोर्ड में 11 लाख स्टूडेंट अपनी मातृभाषा हिंदी के सब्जेक्ट में ही पास नहीं कर पाए हैं. इंटर की अपेक्षा हाईस्कूल में दोगुने स्टूडेंट फेल हुए हैं. इंटर में तीन लाख 38 हजार 776 और हाईस्कूल में सात लाख 81 हजार 276 सहित कुल 11 लाख 19 हजार 994 अनिवार्य प्रश्नपत्र में ही पास होने लायक नंबर नहीं ला सके हैं.
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का सब्जेक्ट के हिसाब से परिणाम जारी किया है. इंटर में आम तौर पर कठिन माने जाने वाले जीव विज्ञान (86.15), रसायन (79.23), भौतिक विज्ञान (77.60) और अर्थशास्त्र (84.02) में सफल हो सके हैं. वहीं आसान सब्जेक्ट कहे जाने वाले हिंदी (79.99) व सामान्य हिंदी (90.62), इतिहास (67.56), गृह विज्ञान (86.69) का परिणाम भी बहुत बेहतर नहीं रहा है.
ऐसे ही हाईस्कूल में हिंदी (77.26) व सामान्य हिंदी (72.48), अंग्रेजी (75.91), संस्कृत (52.66), गणित (69.76), गृह विज्ञान (73.09), विज्ञान (74.42), सामाजिक विज्ञान (77.42) व कंप्यूटर (85.55) फीसदी ही सफल हो सके हैं.
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